नई दिल्ली, 9 मई: अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में जिन्ना की फोटो को लेकर पिछले कुछ दिनों से विवाद चल रहा है। इस मुद्दे पर योग गुरू बाबा रामदेव ने बयान दिया है। जिन्ना विवाद पर बात करते हुए उन्होंने कहा है- 'मुसलमान चित्र और मूर्तियों में यकीन नहीं करते हैं। उनके तो इस बार में चिंता ही नहीं करनी चाहिए। जिन्ना भारत की अखंडता और एकता के लिए आदर्श तो नहीं हो सकता, पाकिस्तान के लिए शायद हो।'
बता दें कि 30 अप्रैल को अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम ने एएमयू कुलपति तारिक मंसूर को चिट्ठी लिखा था। उस चिट्ठी में सांसद ने यूनिवर्सिटी में लगी जिन्ना की तस्वीर पर सवाल उठाया था। सांसद ने अपनी चिट्ठी में लिखा था- 'किस वजह से देश का बंटवारा करने वाले की तस्वीर एएमयू में लगी हुई है. तस्वीर लगाने की मजबूरी क्या है?' जिसके बाद दो मई को एवीबीपी, हिंदू हिंदू जागरण मंच और हिंदू युवा वाहिनी ने यूनिवर्सिटी के गेट पर जिन्ना की तस्वीर हटाने को लेकर प्रदर्शन किया।
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इन संगठनों ने यूनिवर्सिटी के गेट पर जिन्ना का पुतला फूंका, जिसका एएमयू के छात्रों ने विरोध किया। विरोध करने को लेकर दोनों गुटों में मारपीट हुई थी। इस विवाद पर बात करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी सूरत में जिन्ना को सम्मान नहीं दिया जा सकता। वे इस मामले में जल्द ही कार्रवाई करेंगे। 2 मई को हामिद अंसारी को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की आजीवन मानद सदस्यता दी जानी थी, जो कि विवाद रोक दिया गया।
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