झारखंड: मॉब लिंचिंग के शिकार तबरेज अंसारी की पत्नी शाइस्ता परवीन ने सीएम हेमंत सोरेन से लगाई न्याय की गुहार, मांगी नौकरी
By एस पी सिन्हा | Published: March 19, 2020 06:47 AM2020-03-19T06:47:58+5:302020-03-19T06:47:58+5:30
शाइस्ता परवीन ने कहा कि उसकी शादी को मात्र 54 दिन हुए थे. भीड़ ने उसके पति को पीट-पीटकर मार डाला. अब उसके पास दर-दर भटकने के अलावा कोई और चारा नहीं है. अभी तक उसे न्याय नहीं मिला है. इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से न्याय की गुहार लगाने वह विधानसभा पहुंची है.
झारखंड के जमशेदपुर में मॉब लिंचिंग के शिकार तबरेज अंसारी की पत्नी शाइस्ता परवीन विधानसभा पहुंचीं. कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी उन्हें लेकर विधानसभा पहुंचे. कांग्रेस विधायक ने कहा कि पीड़ित परिवार को अभीतक इंसाफ नहीं मिला है. वहीं, शाइस्ता परवीन ने सरकार से इंसाफ और सरकारी नौकरी की मांग की. बता दें कि पिछले साल 17 जून को सरायकेला के धातकीडीह गांव में चोरी के आरोप में ग्रामीणों ने तबरेज अंसारी की रातभर पीटा था. पांच दिन बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी.
शाइस्ता परवीन ने कहा कि उसकी शादी को मात्र 54 दिन हुए थे. भीड़ ने उसके पति को पीट-पीटकर मार डाला. अब उसके पास दर-दर भटकने के अलावा कोई और चारा नहीं है. अभी तक उसे न्याय नहीं मिला है. इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से न्याय की गुहार लगाने वह विधानसभा पहुंची हैं.
शाइस्ता ने अपने लिए सरकारी नौकरी की मांग करते हुए कहा कि सरकार केस लड़ने के लिए भी उसकी आर्थिक रूप से मदद करे. साथ ही मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराकर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए.
उन्होंने कहा कि सरकार मुझे एक सरकारी नौकरी दे और केस लड़ने के लिए आर्थिक मदद भी करे. वहीं उन्होंने कहा कि दोषियों पर सख्त करवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार की मांग की है. यहां उल्लेखनीय है कि सरायकेला में घटना 17 जून 2019 को घटित हुई थी. तबरेज अंसारी भीड़ के हत्थे चढ़ा था और 22 जून को पुलिस हिरासत में उनकी मौत हो गई थी. उस वक्त यह राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरीं थी, लेकिन समय के साथ सब ठंडा पड़ गया. इस मामले में पुलिस ने सभी 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. लेकिन एक एक कर सभी जमानत पर छूट गए. इधर, विधानसभा में भी इस मामले में कई सवाल उठे और पुलिस की कार्यशैली पर पक्ष-विपक्ष भिड़ते रहे हैं.
वहीं, कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि तबरेज अंसारी की पत्नी को सदन लाने का मकसद, उन्हें न्याय दिलाना है. पीड़ित परिवार को अभीतक इंसाफ नहीं मिला है. शाइस्ता आर्थिक तंगी से गुजर रही हैं. उन्होंने कहा कि मंगलवार को तबरेज अंसारी की पत्नी शाइस्ता परवीन आत्महत्या करने जा रही थीं. जीवन यापन करने में भी इसे परेशानी हो रही है. इनके पास वकील को फीस देने का भी पैसा नहीं है.