Jharkhand Free Electricity: झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने अपने घरों के कैंपस में पेड़ लगवाने वाले को बिजली फ्री में देने की बात कही है। उन्होंने यह एलान रांची (Ranchi) के आईआईएम परिसर में आयोजित वन महोत्सव के दौरान की है। हेमंत सोरेन ने यही भी कहा है कि पेड़ लगवाने वालों में केवल फ्री बिजली उनको ही मिलेगी जो लोग सिर्फ फलदार और बड़े छायादार वाले वृक्ष ही लगाएंगे। सीएम ने यह भी एलान किया है कि जब तक वह पेड़ आपके घर में रहेगा तब तक आपको यह लाभ मिलता रहेगा।
सीएम हेमंत सोरेन ने क्या किया एलान
वन महोत्सव पर बोलते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि जो लोग शहरी क्षेत्रों में रहते है, अगर वे अपने घरों के कैंपस में पेड़ लगवाते है तो उन्हें हर लगाए हुए पेड़ के प्रति 5 यूनिट बिजली फ्री में दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक आपके घर के कैंपस में वह पेड़ रहेगा जिसके बदले आपको फ्री बिजली मिल रही है, तब तक आपको यह लाभ मिलता रहेगा यानी आप इस लाभ को आजीवन उठा सकते है। इसके लिए शर्त यह है कि वह पेड़ सिर्फ एक फलदार और बड़ा छायादार वाला वृक्ष होना चाहिए।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने क्या कहा
राज्य की राजधानी रांची के आईआईएम परिसर में आयोजित वन महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह घोषणा की है। उन्होंने कहा, "आज वन महोत्सव के अवसर पर मैंने घोषणा की है कि झारखण्ड के शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोग अगर अपने घर के कैंपस में पेड़ लगाते हैं और उसका संरक्षण करते हैं तो उन्हें प्रत्येक पेड़ पर 5 यूनिट बिजली फ्री दी जायेगी। शहरी क्षेत्रों को हरा-भरा बनाने के लिए यह आवश्यक है कि हम पेड़ लगायें।"
'विकास से विनाश को दे रहे हें आमंत्रण'- सीएम हेमंत सोरेन
सीएम हेमंत सोरेन ने इस मौके पर बोलते हुए कहा कि प्रकृति के साथ छेड़छाड़ कर हम विकास तो कर रहे है, लेकिन इससे हम विनाश को भी दावत दे रहे है। इस दौरान उन्होंने वन और प्रकृति के बारे में और भी बयान दिए है।
सरकार के कामों के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा है कि चाकुलिया, गिरीडीह, साहेबगंज और दुमका में जैवविविधता पार्क को बनाने का काम चल रहा है। यही नहीं राज्य का पहला फॉसिल पार्क साहिबगंज में हाल मे ही चालू हुआ है।
वनों के बारे में ज्याजा सोचते हुए झारखंड सरकार ने इससे पहले यह आदेश दिया है कि पेड़ों के कटने से बचाने के लिए वन क्षेत्रों के 5 किलोमीटर के दायरे में अब कोई भी आरा मशीन नहीं लगाई जाइगी। ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। यही नहीं जो आरा मशीन पहले से लगे हुए है, उसे भी हटाने का निर्देश दे दिया गया है।