Jharkhand cm: झारखंड की सियासत में एकबार फिर से बड़ा बदलाव होने जा रहा है। रांची में मुख्यमंत्री आवास में इंडिया गठबंधन की बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। ऐसे में हेमंत सोरेन को एकबार फिर से मुख्यमंत्री बनाने की सहमति बनी। हेमंत सोरेन फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे। जबकि मुख्यमंत्री चंपई सोरेन झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष होंगे। इंडिया गठबंधन के विधायक दल की हुई अहम बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के विधायक शामिल हुए। विधायक दल की बैठक में हेमंत सोरेन को एक बार फिर से विधायक दल नेता चुन लिया गया। गठबंधन के सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए अपनी सहमति दे दी।
बैठक में मौजूद मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अपने इस्तीफे की पेशकश की है। चंपई सोरेन ने ही बैठक में हेमंत सोरेन को झारखंड का अगला मुख्यमंत्री बनाने के प्रस्ताव रखा जिसे विधायक दल ने स्वीकार कर लिया। सूत्रों के अनुसार राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन आज शाम रांची पहुंचने वाले हैं। राज्यपाल के बाद चंपई सोरेन राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 5 दिन पहले जेल से रिहा हुए हैं। हेमंत सोरेन को 31 जनवरी 2024 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन ने राजभवन जाकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। इसके बाद चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया था।
चंपई सोरेन ने कांग्रेस और राजद कोटे के मंत्रियों के साथ शपथ ली थी। 5 महीने बाद झारखंड हाईकोर्ट से हेमंत सोरेन को जमानत मिल गई और वह जेल से रिहा कर दिए गए। रिहाई के बाद हेमंत सोरेन ने अलग-अलग सहयोगी दलों के नेताओं से मुलाकात की। इस बीच, कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता सोनिया गांधी ने फोन करके हेमंत सोरेन से बातचीत की।
इसके बाद अचानक से गठबंधन के विधायक दल की बैठक बुलाई गई। बैठक बुलाए जाने के बाद मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए। यहां तक कि रांची के धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में 1500 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने के लिए आयोजित होने वाले कार्यक्रम को भी स्थगित कर दिया गया। उनकी रिहाई के साथ ही झारखंड की राजनीति गर्मा गई थी।