Jharkhand Chunav 2024 Dates: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 की तारीख की घोषणा कुछ देर में हो जाएगा। निर्वाचन आयोग (ईसी) द्वारा झारखंड चुनावों की तारीखों की घोषणा करने की उम्मीद है। चुनाव आयोग दोपहर 3:30 बजे होने वाली अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा। झारखंड राज्य विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, 2025 को समाप्त होने वाला है, जिसमें राज्य भर में 81 निर्वाचन क्षेत्रों (44 सामान्य, 9 एससी, 28 एसटी) के लिए चुनाव निर्धारित हैं। झारखंड में दिसंबर 2024 तक 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव होने की उम्मीद है।
झारखंड में 81 सीट और बहुमत के लिए 41 विधायक की जरूरत है। 2019 में भाजपा को हराकर हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने थे। तब रघुबर दास को हार का सामना करना पड़ा था। 24 सितंबर को मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार के नेतृत्व में ईसीआई के एक प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव तैयारियों की गहन समीक्षा की थी।
Jharkhand Chunav 2019: जानें 2019 की दलीय स्थिति
भाजपाः 25
जेएमएमः 30
कांग्रेसः 16
राजदः 01
झारखंड विकास मोर्चाः 03
आजसूः 02
एनसीपीः 01
सीपीआई (एम)-01
निर्दलीयः 02
झारखंड में मुख्य मुकाबला एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन के बीच होने वाला है। दोनों दल के नेता क्षेत्र में लगातार प्रचार कर रहे हैं। घोषणा होते ही दल भी प्रत्याशियों की घोषणा करेंगे। 2019 में 5 चरण में वोट पड़े थे और 23 दिसंबर को मतगणना हुआ था। जीत के बाद महागठबंधन दल के नेता हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
निर्वाचन आयोग (ईसी) आज यानी मंगलवार को महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा करेगा। निर्वाचन आयोग चुनाव संबंधी विस्तृत जानकारी की घोषणा के लिएअपराह्न साढ़े तीन बजे संवाददाता सम्मेलन का आयोजन करने वाला है। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है जबकि झारखंड का कार्यकाल अगले साल पांच जनवरी को समाप्त होने वाला है।
निर्वाचन आयोग दो विधानसभा चुनावों के अलावा, तीन लोकसभा और कम से कम 47 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की भी घोषणा कर सकता है, जो विभिन्न कारणों से रिक्त हैं। लोकसभा की जो तीन सीटें रिक्त हैं उनमें केरल में वायनाड, महाराष्ट्र में नांदेड़ और पश्चिम बंगाल में बशीरहाट सीट शामिल है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में वायनाड और रायबरेली सीट से जीत दर्ज की थी।
गांधी ने वायनाड सीट खाली कर दी थी और रायबरेली सीट को बरकरार रखा था। नांदेड़ सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस सांसद वसंत चव्हाण और बशीरहाट सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले तृणमूल कांग्रेस के सांसद हाजी शेख नुरुल इस्लाम के हाल में निधन के बाद इन सीट पर चुनाव कराना आवश्यक हो गया है।