जेवर हवाईअड्डा परियोजना निगरानी समिति ने डेवलपर के लिये ज्यूरिख एयरपोर्ट के चयन की सिफारिश की
By भाषा | Published: December 3, 2019 05:20 AM2019-12-03T05:20:46+5:302019-12-03T05:20:46+5:30
भाटिया ने पीटीआई-भाषा से कहा कि इस पर अंतिम निर्णय के लिए जल्द ही राज्य मंत्रिमंडल की बैठक होगी। जनपद गौतमबुद्ध नगर के जेवर में 5000 हेक्टेयर क्षेत्र में प्रस्तावित नए अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के विनिर्माण का ठेका देने की निविदा 29 नवंबर को खोली गयी।
देश के सबसे बड़े प्रस्तावित हवाईअड्डे जेवर हवाईअड्डे को बनाने के लिये स्विट्जरलैंड की ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल के नाम की सिफारिश की गई है। उत्तर प्रदेश सरकार की परियोजना निगरानी और अनुपालन समिति (पीएमआईसी) ने यह सिफारिश की है। परियोजना के नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि समिति की बैठक सोमवार को लखनऊ में हुई। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कंपनी की बोली पर विचार किया गया।
समिति ने ज्यूरिख एयरपोर्ट को सबसे ऊंची बोली लगाने वाली कंपनी के तौर पर राज्य सरकार को इसकी सिफारिश की है। भाटिया ने पीटीआई-भाषा से कहा कि इस पर अंतिम निर्णय के लिए जल्द ही राज्य मंत्रिमंडल की बैठक होगी। जनपद गौतमबुद्ध नगर के जेवर में 5000 हेक्टेयर क्षेत्र में प्रस्तावित नए अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के विनिर्माण का ठेका देने की निविदा 29 नवंबर को खोली गयी।
कंपनी ने दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल), अडाणी एंटरप्राइजेज और एंकरेज इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स लिमिटेड जैसी कंपनियों को पीछे छोड़कर ऊंची बोली लगाई है। कंपनी ने इस हवाईअड्डे के लिए राजस्व में हिस्सेदारी के मामले में प्रति यात्री सबसे ऊंची बोली लगायी है। ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल ने 400.97 रुपये प्रति यात्री के हिसाब से बोली लगायी थी। जबकि एंकरेज इंफ्रास्ट्रक्चर ने 205 रुपये प्रति यात्री, अडाणी एंटरप्राइजेज ने 360 रुपये और डायल ने 351 रुपये प्रति यात्री की बोली लगायी थी।
देश में पहली बार कोई विदेशी कंपनी पूरी तरह से एक हवाईअड्डा बनाने जा रही है और इस पर कुल 29,500 करोड़ रुपये से अधिक के खर्च का अनुमान है। इस हवाई अड्डे के पहले चरण का काम तीन महीने में शुरू होने की उम्मीद है और यह 2023 तक चालू हो जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में यह तीसरा हवाईअड्डा होगा। इसे पूरी तरह से नए सिरे से विकसित (ग्रीनफील्ड) किया जाएगा। इससे पहले इस क्षेत्र में दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा और गाजियाबाद में हिंडन हवाईअड्डा मौजूद हैं।