Jammu Kashmir Taja Khabar: कोरोना वायरस के बीच वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं को किया आमंत्रित, खड़ी हो सकती ये मुसीबतें
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: March 16, 2020 15:19 IST2020-03-16T15:18:51+5:302020-03-16T15:19:16+5:30
कोरोना वायरस के चलते प्रशासन ने रेस्तरां, ढ़ाबे और खाने पीने की सभी दुकानों को बंद करवा दिया है ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि वैष्णो देवी आने वाले खाएंगें क्या।

Jammu Kashmir Taja Khabar: कोरोना वायरस के बीच वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं को किया आमंत्रित, खड़ी हो सकती ये मुसीबतें
जम्मू: जबकि जम्मू कश्मीर के कई जिलों में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते खतरे ने लोगों को घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है बावजूद इसके वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड श्रद्धालुओं को यात्रा में शामिल होेने को आमंत्रित कर खतरा मोल ले रहा है। हालांकि अब प्रशासन ने कश्मीर में सभी बागों, पार्कों और उद्यानों को भी बेमियाद्दी समय के लिए बंद कर ट्यूलिप फेस्टिवल को भी टाल दिया है।
सबसे अधिक हैरानगी वाली बात यह है कि प्रशासन ने रेस्तरां, ढ़ाबे और खाने पीने की सभी दुकानों को बंद करवा दिया है ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि वैष्णो देवी आने वाले खाएंगें क्या। फिलहाल इसके प्रति श्राइन बोर्ड के अधिकारी कुछ नहीं बोलते थे।
वे सिर्फ इतना कहते थे कि वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा का प्रांगण, जिसे अटका स्थल कहा जाता है, वहां सुबह व शाम मां वैष्णो देवी की आरती का आयोजन हो रहा है। इस पवित्र स्थल की दिन में पांच से छह बार निरंतर सफाई की जा रही है और पूरी तरह सैनिटाइज किया जा रहा है।
सुबह-शाम इस पवित्र स्थान पर आरती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को श्राइन बोर्ड द्वारा सैनिटाइजर उपलब्ध करवाया जा रहा है। उनके दावानुसार, श्राइन बोर्ड के सभी प्रतिष्ठानों जो वैष्णो देवी भवन, अर्द्ध्कुंवारी, भैरों घाटी, हिमकोटि या फिर आधार शिविर कटड़ा में स्थापित हैं, इन सभी प्रतिष्ठानों की सफाई भी निरंतर जारी है। इसके साथ ही इन सभी इमारतों में रहने वाले श्रद्धालुओं को पूरी तरह से साफ-सुथरे कंबल, चद्दरें या फिर अन्य चीजें उपलब्ध कराई जा रही हैं। वैष्णो देवी के भवन के साथ ही सभी मार्गां पर चौबीसों घंटे सफाई कर्मचारी निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे हैं और सफाई का विशेष ध्यान रख रहे हैं।
हालांकि जम्मू नगर निगम के अधीन छोटे-बड़े तीन सौ जबकि कटड़ा में छह सौ से अधिक होटल हैं। कुछ दिनों में चैत्र नवरात्र शुरू होने वाला है। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। हर साल इन दिनों जम्मू व कटड़ा में होटल पर्यटकों से भरे रहते हैं। पत्नीटाप व अन्य पर्यटन स्थलों में भी यही स्थिति होती है।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद सामान्य हो रहे हालात के बीच माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे थे। कई पर्यटकों ने जम्मू के होटलों में एडवांस बुकिंग करवाई हुई थी, लेकिन कोरोना का असर इस उद्योग पर सबसे अधिक दिखने लगा है। जम्मू होटल एसोसिएशन के प्रधान पवन कुमार का कहना है कि एडवाइजरी जारी होने के बाद होटल खाली होते जा रहे हैं। बड़ी संख्या में बुकिंग रद हो रहीं हैं।
जम्मू और कटड़ा के होटलों में 50 हजार से अधिक लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। मगर होटलों को लेकर प्रशासन ने जैसे ही एडवाइजरी जारी की, लोगों ने होटल खाली करना शुरू कर दिया। होटल मालिकों का कहना है कि जब कहीं पर कुछ खाने को ही नहीं मिलेगा तो कोई क्यों आएगा। इस बार कोरोना के कारण होटल उद्योग को करोड़ों का नुकसान होगा।
अब प्रशासन ने ट्यूलिप फेस्टिवल को भी रद्द कर दिया है। उसने पार्कों में आना जाना भी प्रतिबंधित कर दिया है। एक खबर के मुताबिक, जम्मू कश्मीर के कई जिलों में दुकानों को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक खोलने का निर्देश भी दिया गया है लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई थी।