जम्मू-कश्मीरः 200 फीट गहरी खाई में गिरी यात्रियों से भरी मेटाडोर, 20 लोगों की मौत
By सुरेश डुग्गर | Published: October 7, 2018 02:09 AM2018-10-07T02:09:36+5:302018-10-07T02:09:36+5:30
बनिहाल से यात्रियों को लेकर रामबन की तरफ आ रही थी। रास्ते में केला मोड़ इलाके में चालक ने वाहन पर से अपना नियंत्रण खो दिया और यात्रियों से भरी मेटाडोर सड़क से करीब 200 फीट से ज्यादा गहरी खाई में गिर गई।
श्रीनगर, 7 अक्टूबरः रामबन जिले में शनिवार को एक बड़ा मेटाडोर हादसा हो गया।। इस हादसे में अभी तक 20 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। जबकि चालक सहित घायलों को खाई से निकाल कर रामबन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस, प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य का संचालन करवा रहे हैं। वहीं जिला प्रशासन ने गंभीर रूप से घायलों को एयरलिफ्ट कर ऊधमपुर कमांड अस्पताल पहुंचाने के लिए वायु सेना की मदद मांगी है।
पीसीआर रामबन के मुताबिक मेटाडोर नंबर जेके19-1593 शनिवार को बनिहाल से यात्रियों को लेकर रामबन की तरफ आ रही थी। रास्ते में केला मोड़ इलाके में चालक ने वाहन पर से अपना नियंत्रण खो दिया और यात्रियों से भरी मेटाडोर सड़क से करीब 200 फीट से ज्यादा गहरी खाई में गिर गई।
हादसे के फौरन बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सुचित किया और राहत और बचाव कार्य में जुट गए। सूचना मिलते ही पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ सेना और पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। क्यूआरटी और रेड क्रास सहित सभी ने मिल कर राहत और बचाव कार्य शुरु किया। समाचार लिखे जाने तक राहत और बचाव कार्य जारी था। चालक समेत गंभीर रूप से घायल लोगों को खाई में से निकालकर उपचार के लिए जिला अस्पताल रामबन में भर्ती कराया गया है। वहीं मृत लोगों के शव भी खाई से निकाले जा चुके थे। मरने वालों की संख्या में इजाफा होने की आशंका जताई जा रही है। क्योंकि हादसे के समय मेटाडोर में क्षमता से कई अधिक यात्री होने की बात कही जा रही है।
वहीं डीसी रामबन ने गंभीर रूप से घायल लोगों को एयरलिफ्ट कर ऊधमपुर कमांड अस्पताल पहुंचाने के लिए वायु सेना की मदद मांगी है। केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और डिव कॉम जम्मू राहत बचाव कार्य की खुद निगरानी कर रही हैं। वहीं सरकार ने मृतकों के लिए पांच लाख और घायलों के लिए पचास हजार की आर्थिक सहायता मंजूर की है।
केला मोड़ हादसे के बाद से शुरु हुआ राहत व बचाव कार्य अभी भी चल रहा है। अभी तक 20 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इस हादसे में घायलों को भी निकाल कर अस्पताल पहुंचाया जा चुका है। जिसमें से गंभीर रूप से घायलों को एयरलिफ्ट कर कमांड अस्पताल ऊधमपुर पहुंचाने के लिए वायु सेना की मदद मांगी गई है।