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Jammu Kashmir Election: 'कश्मीर में कभी दो प्रधानमंत्री, दो संविधान और दो झंडे नहीं हो सकते', किश्तवाड़ में गरजे अमित शाह

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: September 16, 2024 15:14 IST

Jammu Kashmir Election: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने किश्तवाड़ में जनसभा की। एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि NC और कांग्रेस कहती है कि अगर उनकी सरकार बनी तो वे अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करेंगे।

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ठळक मुद्देन तो फारूक अब्दुल्ला और न ही राहुल गांधी यहां सरकार बना रहे हैं - किश्तवाड़ में अमित शाहकश्मीर में कभी भी दो प्रधानमंत्री, दो संविधान और दो झंडे नहीं हो सकते - किश्तवाड़ में अमित शाहहम आतंकवाद को इतना नीचे दफन करेंगे कि कभी बाहर नहीं आ पाएगा - किश्तवाड़ में अमित शाह

Jammu Kashmir Election: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने किश्तवाड़ में जनसभा की।  एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि NC और कांग्रेस कहती है कि अगर उनकी सरकार बनी तो वे अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि पहाड़ी और गुर्जर भाइयों को जो आरक्षण मिलता है, अनुच्छेद 370 बहाल होने पर वह नहीं मिल पाएगा। 

गृहमंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि मैं कश्मीर का माहौल देख रहा हूं, न तो फारूक अब्दुल्ला और न ही राहुल गांधी यहां सरकार बना रहे हैं। अनुच्छेद 370 अब इतिहास का हिस्सा बन चुका है। भारत के संविधान में अनुच्छेद 370 के लिए कोई जगह नहीं है... कश्मीर में कभी भी दो प्रधानमंत्री, दो संविधान और दो झंडे नहीं हो सकते। वहां केवल एक झंडा होगा और वह हमारा तिरंगा है।

आतंक को जड़ से मिटाने का वादा करते हुए अमित शाह ने कहा, "हमने विभाजन के दिन देखें, 1990 में आतंकवाद के दिन देखें। चंद्रिका शर्मा हों या परिहार बंधु हों... सभी ने कुर्बानियां दीं। मैं आज इस क्षेत्र सहित जम्मू-कश्मीर की जनता से वादा करता हूं कि हम आतंकवाद को इतना नीचे दफन करेंगे कि कभी बाहर नहीं आ पाएगा। 1990 की तरह आज भी प्रयास हो रहे है, यहां आतंकवाद को फिर से मजबूत करने के। नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ने यहां कुछ वादें किए हैं कि उनकी सरकार आएगी तो आतंकवादियों को छोड़ देंगे। मैं आज आप लोगों को कहता हूं कि ये नरेन्द्र मोदी सरकार है, किसी की हिम्मत नहीं है, भारत की भूमि पर आतंकवाद फैलाए।"

उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर का ये चुनाव स्पष्ट रूप से दो ताकतों के बीच है। एक ओर नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस है और दूसरी ओर भाजपा है। नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस कहती है कि अगर हमारी सरकार बनी तो धारा-370 को वापस लाएंगे। पहाड़ियों और गुर्जर भाइयों को जो आज आरक्षण मिला है, वो धारा-370 के रहते ​नहीं मिल सकता था। एक ओर वे लोग (नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस) आतंक से लैस जम्मू-कश्मीर बनाना चाहते हैं, तो दूसरी ओर मोदी जी 'विकसित कश्मीर' बनाना चाहते हैं।"

नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, "नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस का गठबंधन हमेशा से आतंकवाद का पोषक रहा है। जब-जब घाटी में नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस की सरकार आई, तब-तब यहां आतंकवाद को बढ़ावा मिला है। याद कीजिए 90 के दशक को... मैं फारूक अब्दुल्ला से पूछना चाहता हूं कि आप यहां के मुख्यमंत्री थे, राजीव गांधी के साथ समझौता करके चुन कर आए। जब हमारी घाटी खून से लथपथ हो गईं तो आप कहां थे?"

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