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J&K Assembly Election 2024: चुनाव के बीच हो रही गुलाम नबी आजाद की कांग्रेस वापसी की चर्चा, पार्टी से बातचीत जारी

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: August 21, 2024 09:39 IST

फिलहाल जम्‍मू कश्‍मीर के चुनावों में पूर्व मुख्‍यमंत्री गुलाम नबी आजाद की घर वापसी अर्थात कांग्रेस में फिर से लौटने की चर्चाएं ही परदे पर छाई हुई हैं। इसमें रोचक तथ्‍य यह है कि उनके दल के कुछ नेता इससे इंकार कर रहे हैं और कुछ स्‍वीकार।

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ठळक मुद्देअपनी बातचीत के दौरान उन्होंने कांग्रेस में वापसी में रुचि दिखाई है।जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री "कांग्रेस में सम्मानपूर्वक शीर्ष पद" पाने के बारे में शर्त रख रहे थे।आज़ाद ने अगस्त 2022 में सभी पार्टी पदों से इस्तीफा देने और प्राथमिक सदस्यता छोड़ने के बाद कांग्रेस छोड़ दी थी।

जम्‍मू: फिलहाल जम्‍मू कश्‍मीर के चुनावों में पूर्व मुख्‍यमंत्री गुलाम नबी आजाद की घर वापसी अर्थात कांग्रेस में फिर से लौटने की चर्चाएं ही परदे पर छाई हुई हैं। इसमें रोचक तथ्‍य यह है कि उनके दल के कुछ नेता इससे इंकार कर रहे हैं और कुछ स्‍वीकार। जबकि गुलाम नबी आजाद इस मामले पर गहरी चुप्‍पी साधे हुए हैं।

दावा यह किया जा रहा है कि डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी के प्रमुख और पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कांग्रेस आलाकमान के साथ संवाद के चैनल खोले हैं और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों से पहले अपनी "घरवापसी" (बड़ी पुरानी पार्टी में वापसी) को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित शीर्ष नेतृत्व के साथ कई "गुप्त वार्ता" की है।

पार्टी सूत्र बताते थे कि आज़ाद जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनावों में अपनी पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद से कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के संपर्क में हैं और उनसे बातचीत कर रहे हैं। अपनी बातचीत के दौरान उन्होंने कांग्रेस में वापसी में रुचि दिखाई है।

हालांकि, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री "कांग्रेस में सम्मानपूर्वक शीर्ष पद" पाने के बारे में शर्त रख रहे थे, जिसके बारे में कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं को सख्त आपत्ति है। नाम न छापने की शर्त पर एक कांग्रेस पदाधिकारी का कहना था कि आज़ाद यह भी चाहते थे कि उनके शामिल होने की घोषणा कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से होनी चाहिए, न कि उनकी या उनकी पार्टी की ओर से।

जानकारी के लिए आज़ाद ने अगस्त 2022 में सभी पार्टी पदों से इस्तीफा देने और प्राथमिक सदस्यता छोड़ने के बाद कांग्रेस छोड़ दी थी। तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे अपने पांच पन्नों के त्यागपत्र में उन्होंने नेतृत्व के लिए पार्टी की चुनाव प्रक्रिया को एक “तमाशा और दिखावा” बताया और कहा कि पार्टी “वापस लौटने के लिए कोई रास्ता नहीं” पर पहुंच गई है। 

आधी सदी पुराने जुड़ाव के बावजूद कांग्रेस छोड़ने के एक महीने से अधिक समय बाद, आज़ाद ने 26 सितंबर, 2022 को अपनी पार्टी की घोषणा की थी। अब पार्टी सूत्रों का कहना था कि चुनावी राजनीति को ध्यान में रखते हुए, आज़ाद और उनकी पार्टी के सहयोगी जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों से पहले विकल्पों की तलाश कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि डीपीएपी के कई नेता कांग्रेस में शामिल होने के तरीकों और साधनों पर चर्चा करने के लिए श्रीनगर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने की योजना बना रहे हैं। अटकलबाजी के बीच, डीपीएपी ने रविवार को आज़ाद और उनकी पार्टी के कांग्रेस में शामिल होने की खबरों का खंडन किया, भले ही पार्टी के वरिष्ठ नेता ताज मोहिउद्दीन ने कांग्रेस में शामिल होने के अपने फैसले की घोषणा की हो।

टॅग्स :गुलाम नबी आजादकांग्रेसजम्मू कश्मीर लोकसभा चुनाव २०२४
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