जम्मू-कश्मीर: सेना-बीएसएफ के अलर्ट के बाद फैली दहशत, लोगों को डर कम करने के लिए डीसी ने गांव में बिताई रात
By सुरेश डुग्गर | Published: October 3, 2019 08:21 PM2019-10-03T20:21:51+5:302019-10-03T20:21:51+5:30
बुधवार को सीमा सुरक्षा बल और सेना ने अलर्ट जारी किया था। अलर्ट के साथ ही सीमांत इलाकों में रहने वाले लोगों खासकर युवाओं को सचेत रहने की हिदायत दी जा रही है। सेना व बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा व नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में पिछले एक सप्ताह से अभियान चलाया हुआ है।
सेना और बीएसएफ ने जम्मू सीमा के इलाकों में अलर्ट जारी किया तो सीमावासियों में दहशत फैल गई। इसमें पाक सेना की गोलाबारी ने और वृद्धि कर दी। इस दहशत को कम करने की खातिर उपायुक्त ने एक रात उस इलाके में गुजारी जहां पाक सेना मोर्टार से गोले बरसा रही है। यह कदम सीमावासियों मंें हिम्मत पैदा कने के लिए उठाया गया था।
दरअसल, बुधवार को सीमा सुरक्षा बल और सेना ने अलर्ट जारी किया था। अलर्ट के साथ ही सीमांत इलाकों में रहने वाले लोगों खासकर युवाओं को सचेत रहने की हिदायत दी जा रही है। सेना व बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा व नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में पिछले एक सप्ताह से अभियान चलाया हुआ है। लोगों के बीच जाकर उन्हें पाकिस्तान की नापाक साजिशों से अवगत कराया जा रहा है। सेना का कहना है कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने और इसे केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठनों तक हथियार व रूपयों की मदद पहुंचाने के लिए ही यह सारे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। सीमा पर जो बार-बार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है वह भी आतंकवादियों को घुसपैठ करवाने के लिए किया जा रहा है।
आज वीरवार सुबह भी आरएसपुरा के कानाचक्क सेक्टर में एक घुसपैठिए को भारतीय सीमा में घुसने के बाद पकड़ लिया गया। पिछले चार दिनों में घुसपैठ की यह चौथी घटना है। इससे पहले भी आरएसपुरा में ही सीमा सुरक्षाबल के जवानों ने पाकिस्तानी घुसपैठिए को पकड़ा था। सीमांत इलाके में संदिग्ध अवस्था में घुमता देख स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ सीमा सुरक्षाबल के हवाले कर दिया। बीएसएफ अधिकारी व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं।
सैन्य अधिकारियों ने कहा कि सीमा पर तैनात भारतीय जवानों की चौकसी से परेशान पाक सेना भारतीय सीमा में हथियार पहुंचाने के लिए ड्रोन का प्रयोग कर रही है। इसका खुलावा पंजाब व राजस्थान में घटित घटनाओं से हो चुका है। यही वजह है कि उन्होंने सीमांत इलाको के लोगों को सचेत रहने के लिए कहा है। उनसे अपील की गई है कि अगर वे अपने इलाके में किसी तरह का ड्रोन उड़ता या फिर कोई संदिग्ध गतिविधि होते देखते हैं तो उसके बारे में सेना या फिर पुलिस को तुरंत सूचित करें।
सेना व बीएसएफ की हिदायतों ने सीमावासियों में डर भी पैदा कर दिया। वे पहले से ही पाक गोलाबारी के कारण दहशत में थे। ऐसे मंें इस डर को कम करने की खातिर डीसी कठुआ डा राघव लंगर ने कल रात सीमा से सटे मनयारी गांव में गुजारी। दरअसल पाकिस्तान पिछले कुछ दिनों से हीरानगर के सीमांत गांव मनयारी में अकारण गोलाबारी कर रहा है। इस गोलाबारी के कारण क्षेत्र में खौफ तो है परंतु उसके बावजूद यहां के गांववासी सेना के साथ डटे हुए हैं।
गोलाबारी के दैरान वहां के हालात जानने के लिए बुधवार रात को डीसी कठुआ गांव मनयारी पहुंच गए। वहां के लोगों व स्थानीय अधिकारियों ने उन्हें खतरे से अवगत कराया परंतु उसके बावजूद उन्होंने लोगों के बीच रात गुजारने की ख्वाहिश जाहिर की। बस फिर क्या था जैसे ही शाम के 8.00 बजे पाकिस्तानी सैनिकों ने मनयारी गांव के आम नागरिकों के घरों को निशाना बनाते हुए गोलाबारी शुरू कर दी। भारतीय जवानों ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया परंतु गोलाबारी का यह सिलसिला जारी रहा।