Jammu and Kashmir Assembly Elections 2024 : अपने ‘मिशन कश्मीर’ को पूरा करने की खातिर भारतीय जनता पार्टी किसी भी सूरत में जम्मू कश्मीर में सरकार बनाना चाहती है। इसकी खातिर वह साम-दंड-भेद सभी तरीकों को इस्तेमाल करने को उतावली है। अगर मिशन को कामयाबी की राह पर ले जाने के लिए वह उन उम्मीदवारों से भी संपर्क साधने लगी है जो आजाद उम्मीदवारों के बतौर मैदान में उतरे थे और जिनकी जीत की संभावना है।
यही नहीं भीतरखाने वह पीडीपी तथा इंजीनियर रशिद की पार्टी से भी संपर्क साधे हुए है। हालांकि नेकां के नेता भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने की चर्चाओं को पहले ही नकार चुके हैं।
जानकारी के लिए पिछले चुनाव में भाजपा ने 25 सीटें जीत कर 28 सीटें जीतने वाली पीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले भाजपा के महासचिव राम माधव के कांधों पर इस बार भी सरकार बनाने का जिम्मा सौंपा गया है जिसके तहत आज वे प्रदेश के 13 वरिष्ठ भाजपा नेताओं को लेकर दिल्ली जा रहे हैं। चर्चा यह भी है कि उन्होंने उन कई नेताओं को भी दिल्ली आने का न्यौता दिया है जिनके समर्थन से वे अगली सरकार बनाने का सपना देख रहे हैं।
प्रदेश में अगली सरकर के गठन में मुख्य भूमिका की चाहत में भाजपा स्वतंत्र उम्मीदवारों के अतिरिक्त इंजीनियर रशिद की एआईपी और पीडीपी से भी हाथ मिलाने में गुरेज नहीं करना चाहती। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने इसे माना है कि उनकी पार्टी कांग्रेस-नेकां गठबंधन को सत्ता से बाहर रखने की खातिर कश्मीर के अन्य राजनीतिक दलों व सभी उन आजाद उम्मीदवारों से हाथ मिलाने का न्यौता दे चुकी है जिनके जीतने की संभावना है।
एक अक्तूबर को प्रदेश में संपन्न हुए तीन चरणों के मतदान के बाद प्रदेश में सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। जहां भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने की बात कर रही है तो नेकां-कांग्रेस गठबंधन सरकार बनाने का दावा कर रहा है।
जबकि मजेदार बात यह है कि पीडीपी और इंजीनियर रशिद की पार्टियों द्वारा अपने आपको किंगमेकर के तौर पर पेश करते हुए यही दावा किया जा रहा है कि उनके समर्थन के बिना कोई भी सरकार नहीं बन पाएगी। अब यह सब 8 अक्तूबर को आने वाले वाले परिणामों पर ही निर्भर करता है कि किस का दावा सही होगा।