जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल के जंगलों में सुरक्षाबलों का आतंकवादियों के साथ एनकाउंटर जारी है। सुरक्षाबलों ने सुबह तड़के ही त्राल वन क्षेत्र में आतंकवादियों को घेर लिया है और दोनों ओर से लगातार फायरिंग की जा रही है। यह एनकाउंटर उस समय चल रहा है जब देश के गृहमंत्री अमित शाह आज जम्मू-कश्मीर का दौरे पर जा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, त्राल में आतंकवादियों से लोहा लेने के लिए 42 रायफल्स के जवानों के साथ स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का सहारा लिया जा रहा है। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और पूरी तरह से आवाजाही बंद की गई है। साथ ही साथ आतंकवादियों के होने की सूचना मिलते ही 180 बीएन सीआरपीएफ के सैनिक मौके पर पहुंचे है और फायरिंग जारी है।
जिन चार आतंकियों को मारा गया उनमें करालचक शोपियां का रहने वाला रफी हसन मीर, बटमुरान शोपियां का सुहेल अहमद भट, राजपुरा पुलवामा का शौकत अहमद मीर और बमनू पुलनामा का आजाद अहमद खांडे शामिल था। ये चारों आतंकी स्थानीय थे, जिनकी पुलिस को काफी समय से तलाश थी। जो 4 आतंकी मारे गए थे उनमें शौकत का आपराधिक रिकॉर्ड सबसे खतरनाक था। वह 2015 से आतंकी कारनामों में शामिल रहा था। शुरू में वह हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकी था, लेकिन बाद में अंसार गजवातुल हिंद से जुड़ गया था।
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, सैन्य प्रतिष्ठानों के साथ साथ आम लोगों पर हमले के लिए भी शौकत मीर की तलाश थी। कई आतंकी मामलों में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज है। शिखार्ड में गार्ड पोस्ट पर फायरिंग, सैन्य बलों पर ग्रेनेड हमला, बशीर अहमद डार और अल्ताफ अहमद पर गोलीबारी और पुलिसकर्मी समीर अहमद की हत्या जैसे संगीन अपराध उसके खाते में दर्ज हैं। शौकत मीर ने ही आजाद अहमद, रफी हसन और सुहेल अहमद को आतंकी बनने के लिए उकसाया था।