श्रीनगर स्थित कश्मीर यूनिवर्सिटी के गेट के पास ग्रेनेड ब्लास्ट, 2 लोग घायल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 26, 2019 14:22 IST2019-11-26T14:18:38+5:302019-11-26T14:22:26+5:30
कश्मीर यूनिवर्सिटी के नजदीक ग्रेनेड ब्लास्ट होने की खबर आ रही है। इस घटना में दो लोग घायल हुए हैं। स्थानीय पुलिस का कहना है कि लोग मुठभेड़ वाले क्षेत्र की तरफ जाने से बचें।

जम्मू-कश्मीर में दरगाहों की सुरक्षा बढ़ाने का डीजीपी को निर्देश
जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर स्थित कश्मीर यूनिवर्सिटी के नजदीक ग्रेनेड ब्लास्ट होने की खबर आ रही है। इस घटना में दो लोग घायल हुए हैं। स्थानीय पुलिस का कहना है कि लोग मुठभेड़ वाले क्षेत्र की तरफ जाने से बचें। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ग्रेनेड आज दोपहर विश्वविद्यालय के सर सैयद द्वार के निकट फेंका गया था। इस घटना के बारे में अभी और जानकारी का इंतजार है।
Jammu and Kashmir: 2 people injured in a grenade blast near Kashmir University gate in Srinagar. More details awaited. pic.twitter.com/pta3tPqsXF
— ANI (@ANI) November 26, 2019
जानकारी के लिए आपको बता दें कि पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में मंगलवार को एक और आतंकवादी मारा गया था। इसके साथ ही इस मुठभेड़ में अभी तक दो आतंकवादी मारे गए थे।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया था कि आतंकवादियों के दक्षिण कश्मीर के शादीमर्ग जिले में वाहन नाके पर तैनात सुरक्षा कर्मियों पर गोलियां चलाने के बाद मुठभेड़ शुरू हुई। उन्होंने बताया था कि सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में मंगलवार रात भी एक आतंकवादी मारा गया था। उन्होंने यह भी बताया था कि अभियान अब भी जारी है क्योंकि इलाके में अभी और आतंकवादियों के छिपे होने की आशंका है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने दक्षिण कश्मीर के त्राल में सूफी दरगाह को आग के हवाले करने की कोशिश की मंगलवार को निंदा की और पुलिस प्रमुख से केंद्र शासित प्रदेश की सभी दरगाहों की सुरक्षा कड़ी करने को कहा था। पुराने त्राल उपनगर के काउंसरबल (क्रूसबल) मोहल्ला में आग लगने की एक घटना हुई थी। वहां शरारती तत्वों ने 25-26 नवंबर की दरम्यानी रात को एक स्थानीय मस्जिद से सटी दरगाह में आग लगा दी थी।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया था कि उपराज्यपाल ने इस “कायराना” कृत्य की निंदा करते हुए कहा कि ऐसी हरकतें लोगों में गुस्सा पैदा करने और उनकी भावनाओं को आहत करने के लिए की जाती हैं लेकिन उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि इस घृणित कार्य को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और कानून के हवाले किया जाएगा।