इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने मंगलवार को मुस्लिम स्टूडेंट्स फेडरेशन (एमएसएफ) की महिला विंग एमएसएफ-हरिता की प्रदेश समिति पर संगठन के भीतर नेताओं के मतभेदों को सार्वजनिक करने का आरोप लगाते हुए उस पर रोक लगा दी। पिछले हफ्ते आईयूएमएल की छात्र शाखा, एमएसएफ की महिला कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कथित तौर पर महिला सदस्यों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले कुछ पुरुष नेताओं के खिलाफ राज्य महिला आयोग में याचिका दायर कर कार्रवाई की मांग की थी। मंगलवार को यहां जारी एक बयान में, आईयूएमएल के प्रदेश महासचिव पीएमए सलाम ने कहा कि पार्टी की प्रदेश समिति ने इस मुद्दे को सार्वजनिक करने के लिए हरिता राज्य समिति को 'फ्रीज' करने का फैसला किया है। सलाम ने महिला सदस्यों के आरोपों को घोर अनुशासनहीनता करार दिया। सलाम ने कहा कि पार्टी ने एमएसएफ नेताओं- प्रदेश अध्यक्ष पी के नवाज, मलप्पुरम जिला अध्यक्ष कबीर मुथुपरम्बा और जिला महासचिव वी ए वहाब से स्पष्टीकरण मांगने का भी फैसला किया है, जिन्होंने कथित रूप से महिला विरोधी टिप्पणी की है।
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