एनआईए में छह वर्ष का कार्यकाल पूरा करके दिल्ली पुलिस में लौटे आईपीएस अधिकारी अनिल शुक्ला
By भाषा | Published: April 13, 2021 05:42 PM2021-04-13T17:42:29+5:302021-04-13T17:42:29+5:30
नयी दिल्ली,13 अप्रैल भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी अनिल शुक्ला राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) में छह वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा करके अपने मूल काडर दिल्ली पुलिस में लौट आए। इस दौरान उन्होंने जम्मू कश्मीर में आतंक को धन मुहैया कराने ,पुलवामा हमले और सचिन वाजे मामले की जांच में अगुवाई की।
शुक्ला अरुणाचल प्रदेश,गोवा,मिजोरम और केन्द्र शासित क्षेत्र (एजीएमयूटी) काडर के 1996 बैच के अधिकारी हैं और उन्होंने सोमवार को केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति के छह वर्ष पूरे किए। अधिकारियों ने बताया कि उम्मीद की जा रही थी कि वह दिल्ली पुलिस में संयुक्त आयुक्त के रैंक पर जल्द ही पदभार ग्रहण करेंगे।
एनआईए में कार्यकाल के दौरान शुक्ला को जम्मू कश्मीर में आतंकवादी और अलगाववादी संगठनों के वित्त पाोषण का पता लगाने जैसे महत्वपूर्ण मामले सौंपे गए थे। शुक्ला और उनका दल कश्मीर में ही डेरा डाले रहा और कुछ नेताओं और कारोबारियों की भूमिका की जांच में जुट गया और अंतत: जहूर वटाली तक पहुंचा। वटाली घाटी में जाना माना नाम है और उसके नेताओं से अच्छे संपर्क हैं।
फरवरी 2019 में पुलवामा में आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के जवानों के मारे जाने का मामला पेचीदा था और उसे भी शुक्ला और उनके दल को सौंपा गया था ।
एक अधिकारी ने कहा कि एनआईए ने इलेक्टॉनिक सबूतों और विभिन्न मामलों में पकड़े गए आतकंवादियों और उनके मददगारों के बयानों की कड़ी को जोड़ते हुए मामले को हल किया।
उन्होंने कहा कि यह मुश्किल जांच थी क्योंकि साजिश में शामिल या तो पाकिस्तान में थे या मारे जा चुके थे।
उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास एक कार में विस्फोटक सामग्री मिलने के मामले की जांच का जिम्मा भी शुक्ला को मिला और उन्होंने मामले को हाथ में लेने के कुछ ही दिन के भीतर वाजे को गिरफ्तार कर लिया।
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