Indore Seat Lok Sabha Elections 2024:इंदौर लोकसभा क्षेत्र में सोमवार को सुबह जल्दी जागकर मतदान करने वाले करीब 3,000 लोगों को एक मशहूर चाट-चौपाटी में पोहा-जलेबी का मुफ्त नाश्ता परोसा गया। इस चाट-चौपाटी के दुकानदारों ने मतदान को बढ़ावा देने के लिए यह "लजीज" पहल की। चाट-चौपाटी "56 दुकान" के व्यापारी संघ के अध्यक्ष गुंजन शर्मा ने बताया कि सुबह सात बजे से 09:30 बजे के बीच मतदान करने वाले करीब 3,000 लोगों को इस चाट-चौपाटी पर मुफ्त पोहा और जलेबी परोसी गई।
उन्होंने बताया कि इन मतदाताओं को चाट-चौपाटी के पांच प्रतिष्ठानों के जरिये मुफ्त नाश्ता परोसा गया। शर्मा ने कहा,‘‘लोगों की भीड़ इतनी थी कि उन्हें नाश्ता परोसने में करीब पांच क्विंटल पोहा खप गया।’‘ उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों और अपने जीवन में पहली बार मतदान करने वाले युवाओं को पोहा-जलेबी के साथ आइसक्रीम भी निःशुल्क परोसी गई।
इंदौर की गुरदीप कौर वासु (32) बोल, सुन और देख नहीं सकतीं, लेकिन सोमवार को लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद उनके चेहरे पर उमड़ी खुशी साफ पढ़ी जा सकती थी। इंदौर के 25.27 लाख मतदाताओं में गुरदीप सबसे अनूठी हैं। वह शारीरिक चुनौतियों को परास्त करके अपने जीवन में दूसरी बार मतदान केंद्र पर पहुंचीं।
गुरदीप की मां मनजीत कौर वासु ने बताया कि उनकी बेटी ने वैशाली नगर के एक मतदान केंद्र में वोट डाला और इसमें मदद के लिए वह उनके साथ गई थीं। उन्होंने बताया, ‘‘गुरदीप सोमवार सुबह से बहुत खुश थी कि उसे वोट डालने जाना है। मतदान के बाद उसकी खुशी दूनी हो गई।’’
मनजीत कौर ने बताया कि उनकी बेटी ने नवंबर 2023 के विधानसभा चुनाव में अपने जीवन में पहली बार मतदान किया था। उन्होंने बताया कि मतदाता सूची में गुरदीप का नाम पिछले साल ही दर्ज कराया गया था। गुरदीप पिछले साल मई में तब भी चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की आयोजित 10वीं की परीक्षा स्वाध्यायी विद्यार्थी के रूप में उत्तीर्ण की थी।
अधिकारियों के मुताबिक, यह मंडल के इतिहास का पहला मामला था, जब बोल, सुन और देख नहीं पाने वाले किसी उम्मीदवार ने हाईस्कूल प्रमाणपत्र परीक्षा उत्तीर्ण की। अधिकारियों ने बताया कि गुरदीप की विशेष स्थिति को देखते हुए उन्हें माध्यमिक शिक्षा मंडल के नियमों के मुताबिक परीक्षा के दौरान सांकेतिक भाषा का जानकार सहायक लेखक मुहैया कराया गया था।