कोविड-19 से प्रभावित दुनिया को पटरी पर लौटाने में महत्वपूर्ण सहयोग कर सकते हैं भारत,अमेरिका: पीएम मोदी
By भाषा | Published: July 23, 2020 05:10 AM2020-07-23T05:10:06+5:302020-07-23T05:10:06+5:30
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत अपने इतिहास में अबतक के सबसे बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचा सृजित कर रहा है और अमेरिकी कंपनियां इसमें भागीदारी कर सकती हैं।
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अमेरिकी निवेशकों को रक्षा, बीमा, स्वास्थ्य कृषि समेत विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिये आमंत्रित करते हुए कहा कि भारत में खुलेपन, अवसरों और विकल्पों का बढ़िया मेल उपलब्ध है।
अमेरिका-भारत व्यापार परिषद द्वारा आयोजित ‘इंडिया आइडियाज शिखर सम्मेलन’ को वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देश कोरोना वायरस महामारी के बाद दुनिया को फिर से पटरी पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के मौजूदा संकट का जिक्र करते हुए कहा कि दक्षता और अनुकूलतम उपयोग पर जरूरत से ज्यादा ध्यान देना विश्व अर्थव्यवस्था के मार्ग के गड्ढा बन सकता है।इसके बजाय उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण जो संकट उत्पन्न हुआ है, उसका सामना बेहतर वित्तीय प्रणाली और विविधीकृत अंतरराष्ट्रीय व्यापार के साथ साथ घरेलू विनिर्माण क्षमता में सुधार के जरिए किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत में कई अवसर मौजूद हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था के पुनरूद्धार के लिये जो कुछ चाहिए, वह हमारे पास है।’’ मोदी ने अपने संबोधन में स्वास्थ्य से लेकर ऊर्जा, रक्षा, बीमा और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में अमेरिकी निवेश का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश दुनिया के साथ व्यापार करने के लिये पूरी तरह खुला है।
उन्होंने भारत और अमेरिका को एक स्वभाविक मित्र बताते हुए कहा, ‘‘अमेरिका-भारत भागीदारी ने विगत में कई ऊंचे आयाम तय किए हैं और अब समय आ गया है कि यह भागीदारी दुनिया को महामारी के बाद पटरी पर लाने में अहम भूमिका निभाये।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अमेरिका और भारत की भागीदारी के बराबर की भागीदारी बहुत कम ही हैं।
भारत और अमेरिका दो जीवंत लोकतांत्रिक देश हैं जिनके मूल्य एक जैसे हैं। हम एक स्वभाविक भागीदार हैं।’’ उन्होंने कहा कि दुनिया को एक बेहतर भविष्य की जरूरत है। हाल का अनुभव बताता है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था ने (कार्य में) दक्षता और (संसाधनों के) अनुकूलतम उपयोग पर जरूरत से ज्यादा जोर दिया।मोदी ने कहा, ‘‘दक्षता अच्छी बात है। लेकिन हम उतनी ही जरूरी दूसरी बातों पर ध्यान देना भूल गये। वह है बाह्य झटकों को झेलने की मजबूती हासिल करना।
वैश्विक महामारी ने हमें बताया है कि यह मजबूती कितनी जरूरी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक अर्थव्यवस्था में मजबूती मजबूत घरेलू आर्थिक क्षमताओं से हासिल की जा सकती है। इसका मतलब है कि विनिर्माण क्षमता में सुधार, स्वास्थ्य और वित्तीय प्रणाली को बेहतर करना और अंतरराष्ट्रीय व्यापार को विविध रूप देना।’’ प्रधानमंत्री ने अमेरिकी निवेश का आह्वान करते हुए कहा कि भारत को महामारी के दौरान 20 अरब डॉलर से अधिक निवेश मिला।’
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिकी निवेशक प्राय: किसी क्षेत्र या देश में प्रवेश के लिये सही समय को देखते हैं। उनके लिये मैं कहना चाहूंगा कि भारत में निवेश के लिये इससे बेहतर समय कभी नहीं रहा।’’ देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 31 मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष में 74 अरब डॉलर रहा जो इससे पूर्व वित्त वर्ष के मुकाबले 20 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा, ‘‘हर साल हम एफडीआई के मामले में रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच रहे हैं।
अमेरिका की तरफ से निवेश का संकल्प पहले ही 40 अरब डउॉलर को पार कर चुका है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘भारत की तरक्की का मतलब है कि ऐसे में देश में व्यापार के अवसरों का बढ़ना जिस पर आप भरोसा कर सकते हैं, इसका मतलब है वैश्विक एकीकरण में वृद्धि, एक ऐसी अर्थव्यवस्था में प्रवेश जो वृहद पैमाने के कारोबार का अवसर देती है और जो आपकी प्रतिस्पर्धा-क्षमता में बढ़ोतरी करती तथा कुशल कार्यबल के साथ आपके निवेश का प्रतिफल बढ़ाती है।’’
प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य, ऊर्जा, रक्षा अंतरितक्ष, नागर विमानन, बुनियादी ढांचा, वित्त और बीमा क्षेत्रों में निवेश आमंत्रित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने एफडीआई सीमा को उदार बनाया है और ऐतिहासिक सुधारों को आगे बढ़ाया। मोदी ने कहा कि बीमा क्षेत्र में एफडीआई सीमा बढ़ाकर 49 प्रतिशत किया गया है जबकि बीमा मध्यस्थों में 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति है।
उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी क्षेत्र के लिये खोला गया है, रक्षा क्षेत्र में एफडीआई सीमा बढ़ाकर 74 प्रतिशत किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत ने रक्षा उकपरणों... के उत्पादन के लिये दो रक्षा गलियारा स्थापित किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नागर विमानन अन्य क्षेत्र हैं जहां वृद्धि की काफी संभावना है। अगले आठ साल में हवाई यात्रियों की संख्या दोगुनी से भी अधिक होने की संभावना है...।’’
मोदी ने कहा कि भारत अपने इतिहास में अबतक के सबसे बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचा सृजित कर रहा है और अमेरिकी कंपनियां इसमें भागीदारी कर सकती हैं। अमेरिकी कंपनियां लाखों लोगों के लिये मकान बना सकती हैं, सड़क, राजमार्ग और बंदरगाह बना सकती हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छ ऊर्जा समेत विभिन्न ऊर्जा क्षेत्र में भी निवेश के काफी अवसर हैं।
देश गैस आधारित अर्थव्यवस्था में तब्दील हो रहा है जिसमें अमेरिकी कंपनियों के लिये निवेश के काफी अवसर हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत को आपको स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश का न्यौता देता है। देश स्वास्थ्य क्षेत्र 22 प्रतिशत की दर से वृद्धि कर रहा है। हमारी कंपनियां चिकित्सा प्रौद्योगिकी के उत्पादन, टेलीमेडिसिन जैसे क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं।’’
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने हाल में कृषि क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार किया है और अब इसमें कृषि कच्चे माल और मशीनरी, आपूर्ति व्यवस्था प्रबंधन, खाने के लिये पके-पकाये सामान , मत्स्यन और जैविक उपज में निवेश के काफी अवसर हैं। उन्होंने कहा कि पिछले छह साल में अर्थव्यवस्था को और खोला गया है तथा सुधारों को तीव्र गति से आगे बढ़ाया गया है।