नई दिल्ली: द्रौपदी मुर्मू देश की प्रथम आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन गई हैं। उनके राष्ट्रपति चुनाव में विजयी होने पर देश के कई हिस्सों में व्यापक रूप से जश्न मनाया गया। इस बीच इंडिया टुडे के जनरल मैनेजर इंद्रनील चटर्जी ने नव-निर्वाचित महामहिम के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक पोस्ट किया। बता दें कि इंडिया टुडे ग्रुप ने अपने जरनल मैनेजर की टिप्पणियों पर खेद जताते हुए उसे बर्खास्त कर दिया है। चटर्जी का फेसबुक अकाउंट भी डीएक्टिवेटेड है।
द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ क्या लिखा था पोस्ट में?
इंद्रनील चटर्जी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा, मैं पुराने जमाने का हूं और मुझे इस पर गर्व है। जिस तरह मैं समलैंगिक विवाह का समर्थन नहीं करता, उसी तरह मैं एक आदिवासी राष्ट्रपति का समर्थन नहीं करता। कुछ कुर्सियां सभी के लिए नहीं होती हैं। इससे एक सम्मान जुड़ा होता है। क्या हम एक सफाईकर्मी को दुर्गा पूजा करने की अनुमति देते हैं? क्या मदरसे में कोई हिंदू पढ़ा सकता है? यह कुछ और नहीं बल्कि रबड़ स्टाम्प संवैधानिक प्रमुख बनाने का सत्ताधारी दल का बेहद घटिया सामाजिक-राजनीतिक हथकंडा है, ताकि विपक्षी दलों को ठेंगा दिखाकर कानून आसानी से पारित किया जा सके। आज हमने रायसीना हिल्स की उस कुर्सी को ही नहीं बल्कि एपीजे अब्दुल कलाम, प्रणब मुखर्जी, एस राधाकृष्णन, जाकिर हुसैन, डॉ. शंकर दयाल शर्मा और राजेंद्र प्रसाद जैसे लोगों को भी अपमानित किया है।
जब सोशल मीडिया पर इंद्रनील की यह पोस्ट वायरल हुई तो उसने अपना फेसबुक अकाउंट डीएक्टिवेट कर दिया है। इंद्रनील चटर्जी के लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वह इंडिया टुडे ग्रुप में डिप्टी जनरल मैनेजर और रीजनल हेड (ईस्ट) है।
उधर, इंडिया टुडे ग्रुप ने मामले को संज्ञान में लेते हुए चटर्जी को बर्खास्त कर दिया है। साथ ही कंपनी ने इसके लिए खेद व्यक्त भी किया है। कंपनी की ओर से जारी बयान में इंद्रनील चटर्जी के पोस्ट को आहत करने वाला और मानवीय शालीनता के बुनियादी सिद्धांतों के खिलाफ बताया गया है।