नई दिल्लीः DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की एयर डिफेंस कार्रवाई को हमें एक संदर्भ में समझने की जरूरत है। पिछले कुछ सालों में आतंकी गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था, अब हमारी सेना के साथ-साथ निर्दोष लोगों पर भी हमला हो रहा था। 2024 में शिवखोड़ी मंदिर की ओर जाने वाले तीर्थयात्री और इस साल अप्रैल में पहलगाम में मासूम पर्यटक। पहलगाम तक उनका पाप का घड़ा भर चुका था... क्योंकि आतंकियों पर हमारे सटीक हमले LOC और IB को पार किए बना किए गए थे, हमें पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान का हमला भी सीमा पार से ही होगा, इसलिए हमने एयर डिफेंस की तैयारी की थी... जब 9-10 मई को पाकिस्तान की वायुसेना ने हमारे एयर फील्ड और लॉजिस्टिक इंस्टॉलेशन पर हमला किया, तो वे इस मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने विफल हुए।
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, "जो दुर्दशा आपने पहले और कल पाकिस्तान एयरफील्ड की देखी और एयर मार्शल की प्रस्तुति आज देखी। हमारे एयरफील्ड हर प्रकार से ऑपरेशनल है। पाकिस्तान के ड्रोन हमारे ग्रिड के कारण नष्ट हुई....मैं यहां पर अपने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की सहराना करता हूं...जिसके कारण पाकिस्तान की नापाक हरकतों का विनाश किया गया।"
एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा, "मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि हमारे सभी सैन्य अड्डे और सभी उपकरण और प्रणालियां चालू हैं और आवश्यकता पड़ने पर अपने अगले मिशन के लिए तैयार व तत्पर हैं।" ये दूसरे तरह का वॉर था और ऐसा होना ही था। अगली जब भी लड़ाई होगी, भगवान करे लड़ाई न हो लेकिन अगर हुई तो ये पिछली की तरह नहीं होगी।
हर एक लड़ाई एक अलग तरीके से लड़ी जाती है। भारती ने कहा, "...जहां तक तुर्की के ड्रोन का सवाल है, आपने देखा है कि हमने तस्वीरें दिखाई हैं, चाहे वे तुर्की के ड्रोन हों या कहीं और के ड्रोन हों, हमारा काउंटर UA सिस्टम, हमारे प्रशिक्षित एयर डिफेंस ऑपरेटर पूरी तरह सक्षम हैं और हमारे देश के पास काउंटर UA सिस्टम की स्वदेशी क्षमता है।
इसने दिखाया है कि चाहे किसी भी तरह की तकनीक आए, हम उसका मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।" भारती ने कहा, "...मैं आपको रामचरित मानस की कुछ पंक्तियां याद दिलाऊंगा, याद कीजिए वह पंक्ति- 'विनय न माने जलधि जड़, गए तीनि दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होय ना प्रीति'। समझदार के लिए इशारा काफी है।"