मोहन भागवत ने भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया, कहा- हिंदू सभी भारतीयों का प्रतिनिधित्व करते हैं
By रुस्तम राणा | Published: September 1, 2023 08:27 PM2023-09-01T20:27:56+5:302023-09-01T20:27:56+5:30
नागपुर में एक कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, “हिंदुस्तान (भारत) एक ‘हिंदू राष्ट्र’ है और यह एक सच्चाई है। वैचारिक रूप से, सभी भारतीय हिंदू हैं और हिंदू का मतलब सभी भारतीय हैं।
नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि भारत एक "हिंदू राष्ट्र" है, सभी भारतीय हिंदू हैं और हिंदू सभी भारतीयों का प्रतिनिधित्व करते हैं, उन्होंने लोगों की अपेक्षाओं का जिक्र करते हुए कहा कि संघ को सभी के बारे में चिंतित होना चाहिए।
आरएसएस प्रमुख यहां 'दैनिक तरुण भारत' अखबार चलाने वाली कंपनी श्री नरकेसरी प्रकाशन लिमिटेड की नई इमारत 'मधुकर भवन' के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा, “हिंदुस्तान (भारत) एक ‘हिंदू राष्ट्र’ है और यह एक सच्चाई है। वैचारिक रूप से, सभी भारतीय हिंदू हैं और हिंदू का मतलब सभी भारतीय हैं। वे सभी जो आज भारत में हैं, वे हिंदू संस्कृति, हिंदू पूर्वजों और हिंदू भूमि से संबंधित हैं, इनके अलावा और कुछ नहीं।”
उन्होंने कहा, “कुछ लोग इसे समझ गए हैं, जबकि कुछ अपनी आदतों और स्वार्थ के कारण समझने के बाद भी इस पर अमल नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा, कुछ लोग या तो इसे अभी तक समझ नहीं पाए हैं या भूल गए हैं।”
अखबार के कार्यालय में सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रिपोर्टिंग में सभी को शामिल किया जाना चाहिए और "अपनी विचारधारा को बरकरार रखते हुए" निष्पक्ष और तथ्यों पर आधारित होना चाहिए। भागवत ने कहा कि "हमारी विचारधारा" की दुनिया भर में बहुत मांग है। उन्होंने कहा, वास्तव में इस विचारधारा का कोई विकल्प नहीं है।
संघ प्रमुख ने कहा, "हर कोई इसे समझ चुका है। कुछ इसे स्वीकार करते हैं, कुछ नहीं।" उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक है कि इस संबंध में वैश्विक जिम्मेदारी देश और समाज और उन मीडिया पर आएगी जो "विचारधारा" का प्रसार करते हैं। भागवत ने पर्यावरण की देखभाल करने और "स्वदेशी", पारिवारिक मूल्यों और अनुशासन पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।