सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे को 1 महीने का सेवा विस्तार, 31 मई को हो रहे थे रिटायर, मोदी सरकार का अप्रत्याशीत फैसला

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 27, 2024 07:52 AM2024-05-27T07:52:31+5:302024-05-27T07:57:26+5:30

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने बीते रविवार को अप्रत्याशित कदम उठाते हुए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे को 1 महीने का सेवा विस्तार देने का फैसला किया है।

Narendra Modi government gave 1 month extension to Army Chief General Manoj Pandey, he was retiring on May 31 | सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे को 1 महीने का सेवा विस्तार, 31 मई को हो रहे थे रिटायर, मोदी सरकार का अप्रत्याशीत फैसला

फाइल फोटो

Highlightsमोदी सरकार ने सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे को दिया 1 महीने का सेवा विस्तार जनरल पांडे 31 मई को सेना प्रमुख के पद से रिटायर हो रहे थे लेकिन अब वो 30 जून तक बने रहेंगेइससे पहले इंदिरा गांधी सरकार ने जनरल जीजी बेवूर को सेवा विस्तार दिया गया था

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने बीते रविवार को अप्रत्याशित कदम उठाते हुए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे को 1 महीने का सेवा विस्तार देने का फैसला किया है। जनरल पांडे 31 मई को सेना प्रमुख के पद से रिटायर हो रहे थे। केंद्र सरकार के इस फैसले से अब इस बात पर सस्पेंस गहरा गया कि देश का अगला प्रमुख कौन होगा।

समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार मोदी सरकार से पहले सेना प्रमुख केवल एक बार सेवा विस्तार मिला था। जी हां, इससे पहले इंदिरा गांधी सरकार ने जनरल जीजी बेवूर को सेवा विस्तार दिया गया था, जो जनवरी 1973 में फील्ड मार्शल एसएचएफजे मानेकशॉ के बाद देश के सेना प्रमुख बने थे।

जनरल मनोज पांडे के सेवा विस्तार के संबंध में रक्षा मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि सरकार ने संबंधित सैन्य नियमों के तहत जनरल मनोज पांडे को 30 जून तक एक महीने के लिए सेवा विस्तार प्रदान किया है।

दरअसल जनरल पांडे को मिला सेवा विस्तार इस कारण से महत्वपूर्ण है क्योंकि अगले जनरल की दौड़ में शामिल माने जाने वाले दो वरिष्ठतम जनरल भी 30 जून को रिटायर हो रहे हैं। इनमें सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी हैं, जो वर्तमान में पांडे के बाद सेना में सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं और उनके बाद दक्षिणी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह हैं। द्विवेदी और सिंह दोनों 30 जून को सेवानिवृत्त होंगे। उन्हें दिसंबर 1984 में सेना में नियुक्ति मिली थी।

केंद्र सरकार की ओर से यह कदम ऐसे समय में आया है जब यह उम्मीद की जा रही थी कि सरकार जनरल मनोज पांडे की सेवानिवृत्ति से पहले देश के अगले सेना प्रमुख का नाम घोषित करेगी।

रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है, “कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने 26 मई 2024 को सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल मनोज पांडे की सेवानिवृत्ति की सामान्य आयु तिथि (31 मई 2024) से परे, एक महीने की अवधि के लिए सेवा विस्तार को मंजूरी दे दी है यानी अब वो सेना नियम 1954 के नियम 16 ​​ए (4) के तहत अपने पद पर 30 जून, 2024 तक रहेंगे।”

जनरल मनोज पांडे ने 30 अप्रैल 2022 को जनरल मनोज मुकुंद नरवणे से सेना प्रमुख का पदभार संभाला था।

सैन्य अधिकारी द्विवेदी और सिंह के बाद सेना में उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिन्द्र कुमार, मध्य सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि, पश्चिमी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार, दक्षिण पश्चिमी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ, सेना प्रशिक्षण कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह और पूर्वी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राम चंदर तिवारी आते हैं।

केंद्र द्वारा जनरल मनोज पांडे को दिए गए सेवा विस्तार से सेना में कई लोगों को आश्चर्य हुआ है क्योंकि हाल ही में 31 मई को सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों के सेमिनार के दौरान उन्हें भी सम्मानित किया गया था।

Web Title: Narendra Modi government gave 1 month extension to Army Chief General Manoj Pandey, he was retiring on May 31

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