भारत ने आसमान में बढ़ाई अपनी ताकत, 'अस्त्र' मिसाइल का तीसरा परीक्षण सफल
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: September 18, 2019 05:28 PM2019-09-18T17:28:46+5:302019-09-18T17:40:34+5:30
स्वदेशी हथियारों को विकसित करने की श्रृंखला में भारत दृश्य रेंज से परे हवा से हवा में मार करने वाली 'अस्त्र' मिसाइल विकसित कर रहा है। इस काम को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) अंजाम दे रहा है। बुधवार को अस्त्र मिसाइल का तीसरा परीक्षण सफल रहा।
भारतीय वायुसेना और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने आसमान में भारत की ताकत का इजाफा करते हुए बुधवार (18 सितंबर) को दृश्य रेंज से परे हवा से हवा में मार करने वाली 'अस्त्र' मिसाइल का सफलतापूर्वक तीसरा परीक्षण किया। डीआरडीओ के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल अत्याधुनिक लड़ाकू विमान सुखोई-एमकेआई के जरिये अस्त्र मिसाइल का परीक्षण किया जा रहा है। वायुसेना ने सोमवार (16 सितंबर) से अस्त्र मिसाइल का परीक्षण शुरू किया था। बुधवार को इसका तीसरा परीक्षण किया गया । बुधवार को मिसाइल ने हमला करने की अधिकतम रेंज 90 किलोमीटर का इस्तेमाल करते हुए ओडिशा के पास लाइव एरियल टारगेट को सफलतापूर्वक भेद दिया।
DRDO Sources: Third firing of Astra Beyond Visual Range Air to Air Missile was successfully carried out by Air Force and Defence Research and Development Organisation today. The missile hit the live aerial target near Odisha at maximum range of approximately 90 km. pic.twitter.com/1f0e9hMP8A
— ANI (@ANI) September 18, 2019
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अस्त्र मिसाइल पूरी तरह से स्वदेशी मॉडल है और इसे डीआरडीओ विकसित कर रहा है। इसे ऑल वेदर मिसाइल यानी किसी भी मौसम में इस्तेमाल की जाने वाली मिसाइल के तौर पर विकसित किया जा रहा है। बीते सोमवार को इस मिसाइल का परीक्षण ओडिशा में समुद्र तट से दूर बंगाल की खाड़ी में किया गया था।
#WATCH Defence Research & Development Organization (DRDO) yesterday successfully test fired the Astra, air to air missile with a range of over 70 kms. The missile was test fired from a Su-30MKI combat aircraft that took off from an air base in West Bengal. pic.twitter.com/HraxJLGmmj
— ANI (@ANI) September 17, 2019
सोमवार को भी मिसाइल ने टारगेट को सफलतापूर्वक और सटीक रूप से भेदा था। सूत्रों की मानें तो डीआरडीओ 300 किलोमीटर रेंज की अस्त्र मिसाइल का नया वर्जन विकसित करने पर काम कर रहा है।