नयी दिल्ली, एक दिसंबर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को कहा कि भारत मंगोलिया में एक तेल रिफाइनरी परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है क्योंकि इससे उसके पड़ोसी की ऊर्जा सुरक्षा में काफी वृद्धि होगी।
मंगोलिया के एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देश सभ्यता, ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंध साझा करते हैं। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘लोकतंत्र और स्वतंत्रता के साझा मूल्य और आदर्श हमारे संबंधों को मजबूत करते हैं। मंगोलिया के ‘तीसरे पड़ोसी’ और ‘आध्यात्मिक पड़ोसी’ के रूप में, भारत मंगोलिया के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए निरंतर सहयोग की उम्मीद करता है।’’
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह यात्रा भारत और मंगोलिया के द्विपक्षीय संबंधों की जीवंतता को बढ़ाएगी।
जलवायु परिवर्तन के बारे में कोविंद ने कहा, ‘‘जलवायु परिवर्तन का प्रभाव विशेष रूप से हमारे जैसे विकासशील देशों पर अधिक होगा। यह जरूरी है कि हम इस आम चुनौती का समाधान करने के लिए मिलकर काम करें।’’
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, ‘‘उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि मंगोलिया ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होने का फैसला किया है।’’
मंगोलिया में भारत द्वारा शुरू की गई विकास परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए राष्ट्रपति ने मंगोलिया में तेल रिफाइनरी परियोजना की प्रगति को देखकर भी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह परियोजना भारत और मंगोलिया के मजबूत सहयोग और रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक है।
कोविंद ने कहा, ‘‘भारत इसे समय पर पूरा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है क्योंकि इससे मंगोलिया की ऊर्जा सुरक्षा में काफी वृद्धि होगी।’’
मंगोलिया के ‘स्टेट ग्रेट हुरल’ के अध्यक्ष गोम्बोजव जदानशतारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने यहां राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की थी।
कोविड-19 महामारी की चुनौतियों का सामना करने में दोनों देशों के बीच सहयोग की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम मंगोलिया की सरकार द्वारा दूसरी लहर में हमें दिए गए समय पर और मूल्यवान समर्थन की सराहना करते हैं।
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