मुंबई: आईआईटी बॉम्बे में साल 2024 की प्लेसमेंट लगभग समाप्त होने को है, लेकिन ऐसे में सिर्फ 75 फीसदी छात्रों की नौकरी लग पाई है। यह आंकड़ां पिछले साल की तुलना में ठीक है। यही नहीं पिछली बार सालाना 21.8 लाख रुपए का पैकेज था, जो इस साल 23.5 लाख रुपए हो गया। जबकि, पिछले साल के मुकाबले यह 7.7 फीसदी बढ़ गया है, जो कि उस सुधार को बताता है। जहां पिछले साल कम लोगों को रोजगार मिला था।
इस बार आईआईटी बेंगलुरु के प्लेसमेंट का सालाना पैकेज 6 लाख से लेकर 4 लाख रुपए का रहा। छात्रों को इस तरह का सालाना पैकेज मिला है।
कैंपस में कुल 123 कंपनी पहुंची और 558 छात्रों को नौकरी मिली, जिन्हें 20 लाख रुपए सालाना पैकेज के तौर पर मिला। वहीं, 230 छात्रों को 16.75 लाख और 20 लाख रुपए का पैकेज मिला। हालांकि, कैंपस में हुई प्लेसमेंट को लेकर बताया गया कि इस बार 12 फीसदी बढ़ा। 78 छात्रों को अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में काम करने का मौका मिला है, जबकि 22 को 1 करोड़ से ऊपर का कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव के जरिए मिला।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरियों का सिलसिला न बढ़ने पर कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग की वजह से बहुत सी कंपनी नहीं पहुंची। इसके अतिरिक्त 775 छात्र भारत में ही कैंपस प्लेसमेंट के जरिए प्लेस हो गए।
आईआईटी बॉम्बे से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इस बार दूसरे चरण की प्लेसमेंट काफी धीमे रही। 15 फीसदी छात्रों को अपने स्तर पर नौकरी प्राप्त हुई। इस बार 543 कंपनियो ने रजिस्टर करवाया, 388 कंपनी प्लेसमेंट के दौरान पहुंची और 364 ने ऑफर दिए।