IIT Bombay: भगवान राम का कथित उपहास और ‘रामायण’ की खराब छवि प्रस्तुत, 8 छात्रों पर 40000 से लेकर 120000 रुपये तक का जुर्माना, आईआईटी बंबई ने कस दिया शिकंजा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 20, 2024 17:17 IST2024-06-20T17:16:26+5:302024-06-20T17:17:30+5:30
IIT Bombay: पहचान उजागर करने से इनकार करने वाला यह छात्र उन विद्यार्थियों के समूह का हिस्सा है जिसने प्रशासन से इस नाटक के खिलाफ शिकायत की।

सांकेतिक फोटो
IIT Bombay: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), बंबई ने भगवान राम का कथित रूप से उपहास एवं ‘रामायण’ की खराब छवि प्रस्तुत करने वाले एक नाटक का मंचन करने को लेकर आठ विद्यार्थियों पर 1.2 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया गया है। इन विद्यार्थियों के एक सहपाठी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। इन विद्यार्थियों ने मंचन कला उत्सव (पीएएफ) के तहत इस साल 31 मार्च को ‘राहोवन’ नामक नाटक का मंचन किया था। संस्थान के स्नातकोत्तर कक्षा के एक विद्यार्थी ने कहा, ‘‘ जिस नाटक का मंचन किया गया, उसमें भगवान राम का उपहास किया गया और रामायण को अश्लील एवं अपमानजनक तरीके से पेश किया गया। ’’ अपनी पहचान उजागर करने से इनकार करने वाला यह छात्र उन विद्यार्थियों के समूह का हिस्सा है जिसने प्रशासन से इस नाटक के खिलाफ शिकायत की।
आईआईटी (बंबई) में ‘अंबेडकर पेरियार फुले स्टडी सर्किल (एपीपीएससी)’ नामक संस्था से जुड़े एक अन्य छात्र ने भी इसकी पुष्टि की कि इस नाटक का मंचन करने पर विद्यार्थियों पर जुर्माना लगाया गया। एपीपीएससी वामपंथी रूझान वाला छात्र संगठन है। छात्र ने कहा, ‘‘ शिकायत के बाद आठ विद्यार्थियों में प्रत्येक पर 40,000 रुपये से लेकर 1,20,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया गया।
आईआईटी (बंबई) के राजिस्ट्रार कार्यालय द्वारा चार जून को जारी किये गये नोटिस में कहा गया है कि विद्यार्थियों को 30 जुलाई तक जुर्माना भरना होगा। आईआईटी,बंबई ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। सोशल मीडिया मंच एक्स पर ‘एट आईआईटीबीफोरभारत’’ नामक एक एकाउंट से 19 जून को पोस्ट किया गया,‘‘ अपमानजनक तरीके से रामायण को प्रस्तुत करने वाले नाटक ‘राहोवन’ के मंचन में शामिल लोगों के खिलाफ आईआईटी,बंबई प्रशासन द्वारा की गयी अनुशानात्मक कार्रवाई का हम स्वागत करते हैं।
इन विद्यार्थियों ने भगवान राम, माता सीता और भगवान लक्ष्मण का उपहास करने के लिए अपनी अकादमिक स्वतंतत्रा का दुरूपयोग किया।’’ ‘एट आईआईटीबीफोरभारत’ अपने आप को स्वयंसेवकों का एक समूह बताता है और उसका लक्ष्य भारतीय सभ्यतागत मूल्यों के लिए साझा स्थान प्रदान करना है।
आठ अप्रैल को इस एकाउंट से इस नाटक को ‘हिंदूफोबिया (हिंदुओं से नफरत)’ का कृत्य बताते हुए उसके मंचन में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गयी थी। आईआईटीबीफोरभारत ने कहा था, ‘‘ हम आईआईटीबंबई प्रशासन से ऐसे दिशानिर्देश तय करने की अपील करते हैं जिससे परिसर में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में किसी भी रूप में किसी भी धर्म का उपहास नहीं किया जाए।
इस कृत्य एवं आपत्तिजनक पीएएफ कार्यक्रम के सिलसिले में एट आईआईटीबंबई समुदाय आईआईटी, बंबई प्रशासन से एक माफीनामे की उम्मीद करता है।’’ उसने कहा, ‘‘ सूत्रों के मुताबिक दो भिन्न जुर्माने लगाये गये हैं, एक उन विद्यार्थियों के लिए है जो जुलाई में उत्तीर्ण होकर संस्थान से जा रहे हैं और दूसरा उनके लिए है जो नियमित विद्यार्थी हैं।’’