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इग्नू दीक्षांत समारोह : दो लाख से अधिक छात्रों को डिग्री, डिप्‍लोमा, अन्य प्रमाणपत्र प्रदान किये गये

By भाषा | Updated: April 15, 2021 20:08 IST

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नयी दिल्ली, 15 अप्रैल केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बृहस्पतिवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यलय (इग्नू) से स्‍नातक और स्‍नातकोत्‍तर के मौजूदा पाठ्यक्रमों को नया स्‍वरूप देने का आग्रह किया, ताकि विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ जनसांख्यिकी लाभांश प्राप्‍त हो तथा रोजगार के अवसर भी मिले।

निशंक ने इग्नू के 34वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर यह बात कही। इस अवसर पर विश्‍वविद्यालय ने 2,37,844 सफल विद्यार्थियों को डिग्री, डिप्‍लोमा तथा विभिन्‍न पाठ्यक्रमों के प्रमाणपत्र प्रदान किए।

कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए दीक्षांत समारोह इग्‍नू मुख्‍यालय से डिजिटल माध्यम से आयोजित किया गया।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में विकल्प आधारित क्रेडिट प्रणाली पर जोर दिया गया है, जो विद्यार्थियों को अपनी पसंद के पाठ्यक्रम चुनने का अवसर प्रदान करती है और कुछ अवधि के अंतराल के बाद भी विद्यार्थी को पाठ्यक्रम पूरा करने की अनुमति देती है।

निशंक ने विश्‍वविद्यालय से वर्तमान स्‍नातक तथा स्‍नातकोत्‍तर पाठ्यक्रमों को नया स्‍वरूप देने का आग्रह किया।

उन्‍होंने कहा, ‘‘ नये पाठ्यक्रम तैयार करते समय देश की आवश्‍यकता पर ध्‍यान देना होगा, जिससे विद्यार्थी को न केवल शिक्षा मिले, बल्कि जनसांख्यिकी लाभांश भी प्राप्‍त हो तथा रोजगार भी मिले।’’

मंत्री ने कहा कि साल 2035 तक 50 प्रतिशत जीईआर (सकल नामांकन दर) का लक्ष्‍य हासिल करने के लिए विश्‍वविद्यालय को महत्वपूर्ण योगदान देना होगा।

शिक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, ‘‘समारोह में मेधावी विद्यार्थियों को 29 पदक प्रदान किए गए। विभिन्‍न विषयों में सफल विद्यार्थियों को 55 पीएचडी तथा 13 एमफिल डिग्री प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।’’

बयान में कहा गया है, ‘‘ इस वर्ष छात्राओं ने अच्‍छा प्रदर्शन किया और कुल 29 पदकों में से 21 पदक छात्राओं को दिए गए। कुल पीएचडी तथा एमफिल डिग्रियों में से 37 छात्राओं को दिए गए।’’

इग्नू के कुलपति प्रोफेसर नागेश्‍वर राय ने कोरोना वायरस महामारी के कठिन समय में विश्‍वविद्यालय की गतिविधियों की पिछले वर्ष की रिपोर्ट प्रस्‍तुत की।

उन्‍होंने बताया कि विश्‍वविद्यालय ने अपने 56 क्षेत्रीय केन्‍द्रों तथा 21 स्‍कूलों के जरिए विद्यार्थियों को रूके बिना डिजिटल प्रौद्योगिकी के जरिये अकादमिक सहयोग प्रदान किया।

उन्‍होंने बताया कि महामारी के दौरान क्षेत्रीय केन्‍द्रों द्वारा ऑनलाइन सत्र आयोजित करने के अतिरिक्‍त इग्‍नू संकाय द्वारा विश्‍वविद्यालय के फेसबुक मंच से 300 सत्र आयोजित किये गए।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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