नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज पार्टी दफ्तर से कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आए हुए लोगों के बीच ये भी ऐलान कर दिया कि वो दो दिन बाद ही पद से इस्तीफा देंगे। हालांकि, उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि वो तभी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठेंगे, जब जनता उन्हें भारी मतों से वोट देगी।
उन्होंने कहा, "मैं देश के सारे गैर भाजपा मुख्यमंत्रियों से हाथ जोड़ कर विनती करना चाहता हूं अब अगर प्रधानमंत्री फर्जी केस करके आपको जेल में डालें तो इस्तीफा मत देना। किसी हालत में इस्तीफा मत देना, जेल से सरकार चलाना। ऐसा नहीं है कि हम पद के लालची हैं इसलिए क्योंकि हमारे लिए हमारा संविधान जरूरी है जनतंत्र को बचाना जरूरी है। इतनी भारी बहुमत से चुनी सरकार को आप जेल में डालकर कहोगे इस्तीफा दे।"
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, "कुछ लोग कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई पाबंदियों के कारण हम काम नहीं कर पाएंगे। यहां तक कि उन्होंने भी हम पर पाबंदियां लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी... अगर आपको लगता है कि मैं ईमानदार हूं, तो मुझे बड़ी संख्या में वोट दें। मैं चुने जाने के बाद ही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा। चुनाव फरवरी में होने हैं। मैं मांग करता हूं कि नवंबर में महाराष्ट्र चुनावों के साथ चुनाव कराए जाएं। चुनाव होने तक पार्टी से कोई और मुख्यमंत्री होगा। अगले 2-3 दिनों में विधायकों की बैठक होगी, जिसमें अगले मुख्यमंत्री पर फैसला होगा।"