'अगर दम है तो वे महाराष्ट्र में मोदी के नाम पर आएं और मैं अपने पिता के नाम के साथ आऊंगा', भाजपा को उद्धव ठाकरे ने ललकारा
By रुस्तम राणा | Published: April 2, 2023 09:51 PM2023-04-02T21:51:55+5:302023-04-02T22:13:11+5:30
उद्धव ठाकरे ने कहा, बीजेपी मेरे पिता को चुराने की कोशिश कर रही है। अगर उनमें दम है तो वे नरेंद्र मोदी के साथ महाराष्ट्र आएं और मैं अपने पिता के नाम के साथ आऊंगा। वोटिंग के बाद भाजपा नहीं बचेगी।
छत्रपति संभाजी नगर:महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर में हुई महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की रैली में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को ललकारा है। इस रैली में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि वह उसके पिता के नाम को चुराने की कोशिश कर रही है। ठाकरे ने कहा, बीजेपी मेरे पिता को चुराने की कोशिश कर रही है। अगर उनमें दम है तो वे नरेंद्र मोदी के साथ महाराष्ट्र आएं और मैं अपने पिता के नाम के साथ आऊंगा। वोटिंग के बाद भाजपा नहीं बचेगी।
इस रैली में पीएम मोदी पर सीधा हमला करते हुए ठाकरे ने कहा, अगर पीएम मोदी को कुछ कहा जाता है तो ओबीसी का अपमान किया जाता है। पीएम ने कहा कि उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है तो हमारी छवि का क्या? उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं को परेशान किया जा रहा है, छापेमारी की जा रही है और गिरफ्तार किया जा रहा है। भाजपा ने विपक्षी दलों के भ्रष्ट लोगों को अपनी पार्टी में लिया।
BJP is trying to steal my father. If they have guts they should come to Maharashtra with Narendra Modi & I will come with my father’s name. BJP won’t survive after the voting: Uddhav Thackeray pic.twitter.com/bG0E2t1Do9
— ANI (@ANI) April 2, 2023
पीएम मोदी की डिग्री वाले मामले में ठाकरे ने कहा, उनके (मोदी) पास किस तरह की डिग्री है जो वह किसी को नहीं दिखा सकते? पीएम को तो छोड़िए, कॉलेज को भी उनके वहां पढ़ने पर गर्व होना चाहिए। फिर वह कॉलेज क्यों नहीं बोल सकता?
उन्होंने आगे कहा, बीजेपी को अपना नाम बदलकर 'भ्रष्टावादी जनता पार्टी' कर लेना चाहिए क्योंकि यह सभी भ्रष्ट आचरणों का समर्थन करती है। वे न्यायपालिका को भी नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। हालाँकि, उन्हें इज़राइल में हो रही घटनाओं पर ध्यान देना चाहिए। उनके (मोदी) मित्र नेतन्याहू ने ऐसा ही करने की कोशिश की और इस्राइल के लोग सड़कों पर उतर आए और उन्हें पीछे हटना पड़ा। यह लोकतंत्र है और मतदाताओं को यहां पीएम को नियंत्रित करना चाहिए।