उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को तगड़ा झटका देते हुए भाजपा में शामिल हुए आरपीएन सिंह ने बताया है कि उन्होंने बीजेपी को ज्वॉइन क्यों किया है। मंगलवार को पूर्व कांग्रेस नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। बीजेपी में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि उनके लिए एक नई शुरुआत है।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की वजह भी बताई है। उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र निर्माण के कार्यों से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुआ हूं। एक भाजपा कार्यकर्ता के रूप में, राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए मैं अपनी पूरी क्षमता से काम करूंगा।
उनके कांग्रेस छोड़ने का यह भी माना जा रहा है कि पार्टी ने उन्हें महत्व नहीं दे रही थी। वे काफी समय से कांग्रेस में अलग-थलग महसूस कर रहे थे। कांग्रेस में वे राष्ट्रीय प्रवक्ता और झारखंड के प्रभारी की जिम्मेदारी निभा रहे थे। सोमवार को ही स्टार प्रचारकों की लिस्ट में उनका नाम शामिल था, लेकिन आज उन्होंने इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया।
कयास लगाए जा रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी कुशीनगर की पडरौना से स्वामी मौर्य प्रसाद के खिलाफ आरपीएन सिंह को अपना उम्मीदवार बना सकती है। मौर्य भाजपा छोड़कर समाजवादी में शामिल हुए हैं। पडरौना उनकी परंपरागत सीट रही है। उनके पिता स्वर्गीय कुंवर सी.पी.एन. सिंह कुशीनगर से सांसद थे। इसके साथ ही 1980 में इंदिरा गांधी की सरकार में वो रक्षा राज्य मंत्री भी थे।
आरपीएन सिंह तीन बार के विधायक रह चुके हैं। वे साल 1996 में पहलीबार कांग्रेस के विधायक बने थे, फिर साल 2002 और 2007 में भी विधानसभा के सदस्य चुने गए। साल 2009 में कुशीनगर लोकसभा सीट से सांसद के रूप में वे संसद पहुंचे और यूपीए-2 सरकार में मंत्री भी बने। वे 32 वर्षों तक कांग्रेस से जुड़े रहे।