लाइव न्यूज़ :

हैदराबाद: कांग्रेस नेता ने चारमीनार में बने मस्जिद को फिर से खोलने की रखी मांग, भाजपा ने कहा- ये भाग्यलक्ष्मी मंदिर को हटाने की साजिश

By विनीत कुमार | Updated: June 3, 2022 09:07 IST

हैदराबाद में चारमीनार में बने मस्जिद को खोलने की मांग कांग्रेस नेता रशीद खान ने रखी है। हालांकि उन्हीं की पार्टी कांग्रेस ने इसका विरोध करते हुए मुद्दे को तनाव बढ़ाने वाला बताया है।

Open in App
ठळक मुद्देकांग्रेस नेता रशीद खान ने चारमीनार में बने मस्जिद को खोलने की रखी है मांग।भाजपा ने मस्जिद खोलने की मांग को चारमीनार से सटे भाग्यलक्ष्मी मंदिर को हटाने की साजिश बताया है।कांग्रेस ने भी अपने नेता की मांग पर ऐतराज जताते हुए इसे तनाव बढ़ाने वाला मुद्दा बताया है।

हैदराबाद: हैदराबाद का 16वीं सदी का मशहूर स्मारक चारमीनार और उससे सटे भाग्यलक्ष्मी मंदिर को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। दरअसल कांग्रेस नेता रशीद खान ने नमाज के लिए चारमीनार के अंदर की मस्जिद को फिर से खोलने की मांग के लिए एक हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है।

हालांकि, रशीद खान के हस्ताक्षर अभियान के खिलाफ आवाजें उठनी भी शुरू हो गई हैं। विरोध करने वालों में तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) भी शामिल है जिसके सचिव खान हैं। राज्य में मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने भी खान की मांग पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख ने कहा है कि खान का हस्ताक्षर अभियान भाग्यलक्ष्मी मंदिर को हटाने का एक प्रयास है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार 31 मई को रशीद खान ने पास की मक्का मस्जिद में एक बोर्ड लगाया जिसमें लोगों से हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया था कि क्या वे चाहते हैं कि चारमीनार के अंदर की मस्जिद को नमाज के लिए फिर से खोल दिया जाए। हस्ताक्षर अभियान 31 मई को समाप्त हुआ और खान ने कहा कि वह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई), मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय को हस्ताक्षरों की लिस्ट सौंपेंगे।

चारमीनार की ऊपरी मंजिल पर है मस्जिद

चारमीनार का निर्माण 1591 में किया गया था और मस्जिद इसकी सबसे ऊपरी मंजिल पर है। एएसआई के अधिकारियों के अनुसार जब उन्होंने 1951 में चारमीनार की सुरक्षा और रखरखाव का काम संभाला तब वहां कोई नमाडज नहीं होती थी। बाद के वर्षों में स्मारक की सुरक्षा और पर्यटकों को असुविधा से बचाने के लिए मस्जिद को बंद कर दिया गया था।

वहीं, दूसरी ओर खान ने कहा, 'जहां भी मस्जिद हो वहां नमाज पढ़ना हमारा अधिकार है। इसे क्यों बंद किया गया? अगर भाग्यलक्ष्मी मंदिर में पूजा की जा सकती है तो हम इसके बगल की मस्जिद में क्यों नहीं नमाज पढ़ सकते हैं? मंदिर में पूजा जारी रहने दें, इसमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन मस्जिद को फिर से खोला जाना चाहिए।  मस्जिद खोलने के खान के अभियान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा तेलंगाना प्रमुख बांदी संजय कुमार ने कहा, 'क्या हम चारमीनार को मंदिर के पास से हटाने के लिए कह रहे हैं? मस्जिद को फिर से खोलने की ये मांग मंदिर के लिए मुश्किलें खड़ी करने और उसे वहां से हटाने के लिए है। कई सालों से मंदिर में हर दिन प्रार्थनाएं हो रही हैं, उन्हें अचानक कैसे याद आया कि वे चारमीनार में नमाज अदा करना चाहते हैं?'

बता दें कि देवी लक्ष्मी को समर्पित भाग्यलक्ष्मी मंदिर चारमीनार की दक्षिण-पूर्वी मीनार से सटा हुआ है। बांस के खंभे और तिरपाल से बने इस मंदिर पर टिन की छत है, और दक्षिण-पूर्वी मीनार इसकी पिछली दीवार से लगती है। यह मंदिर कैसे और कब आया, इस पर कोई निश्चित जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह कम से कम 1960 के दशक से है। हालांकि, भाजपा का दावा है कि मंदिर चारमीनार से पहले का है।

हाल के वर्षों में कई भाजपा नेताओं के दौरे से भी यह मंदिर चर्चा में रहा है। कई भाजपा नेता कोई भी काम करने से पहले इस मंदिर आते रहे हैं। फिर चाहे वह नामांकन पत्र दाखिल करना हो या पदयात्रा पर जाना हो। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी पिछले महीने इस मंदिर में गए थे। शाह ने 2020 के निकाय चुनावों के दौरान भी मंदिर का दौरा किया था। उस दौरान मंदिर में आने वालों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे जिन्होंने हैदराबाद में चुनाव प्रचार करते हुए शहर का नाम भाग्यलक्ष्मी के नाम पर भाग्यनगर रखने की बात कही थी।

कांग्रेस ने भी जताया मस्जिद खोलने की मांग पर ऐतराज

राशीद खान की मांग पर कांग्रेस ने भी ऐतराज जताया है। कांग्रेस का मानना ​​​​है कि खान के अभियान ने केवल तनाव को फिर से बढ़ाने का काम किया है। खान और उनके तर्क को खारिज करते हुए कांग्रेस नेता वी हनुमंत राव ने कहा, 'चुनाव आ रहे हैं और कई लोग मुद्दे पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं अपने अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ से यह पता लगाने की कोशिश कर रहा था कि यह राशिद खान कौन है। यह सब सिर्फ सांप्रदायिक अशांति पैदा करने और सनसनी पैदा करने के लिए है। भाजपा पहले से ही अधिक तनाव पैदा करने के लिए इसका इस्तेमाल कर रही है।'

उन्होंने कहा, 'हम चारमीनार मस्जिद मुद्दे पर उनके बयानों और मांगों का समर्थन नहीं करते हैं। यह कांग्रेस के विचार नहीं हैं।'

टॅग्स :हैदराबादकांग्रेसभारतीय जनता पार्टी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतHyderabad RGI Airport: चेक-इन सिस्टम में गड़बड़ी, कई उड़ानों में देरी; यात्रियों में अफरा-तफरी

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारतMCD Bypoll Results 2025: दिल्ली के सभी 12 वार्डों के रिजल्ट अनाउंस, 7 पर बीजेपी, 3 पर AAP, कांग्रेस ने 1 वार्ड जीता

भारतMCD by-elections Result: BJP ने चांदनी चौक और शालीमार बाग बी में मारी बाजी, कांग्रेस ने जीता संगम विहार ए वार्ड

भारत अधिक खबरें

भारतIndiGo Crisis: लगातार फ्लाइट्स कैंसिल कर रहा इंडिगो, फिर कैसे बुक हो रहे टिकट, जानें

भारतIndigo Crisis: इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बीच रेलवे का बड़ा फैसला, यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में 116 कोच जोड़े गए

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक