नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कांग्रेस पर "चिट पॉलिटिक्स" में शामिल होने का आरोप लगाया। बीजेपी प्रवक्ता और सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरे कैपिटल मार्केट को अस्थिर करना चाहती है।
कांग्रेस ने हाल ही में हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति की मांग की थी। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच की "अस्पष्ट ऑफशोर संस्थाओं" में हिस्सेदारी थी, जो कथित तौर पर अडानी मनी साइफनिंग घोटाले में शामिल थीं। रिपोर्ट सामने आने के बाद से ही कांग्रेस सरकार पर हमलावर है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, "भारत के लोगों द्वारा ठुकराए जाने के बाद, कांग्रेस पार्टी, उसके सहयोगियों और टूलकिट गिरोह ने मिलकर भारत में आर्थिक अराजकता और अस्थिरता लाने की साजिश रची है? हिंडनबर्ग रिपोर्ट शनिवार को जारी हुई है, रविवार को हल्ला मचता है ताकि सोमवार को पूरे कैपिटल मार्केट को अस्थिर कर दिया जाए...शेयरों के मामले में भी भारत एक सुरक्षित, स्थिर और आशाजनक बाजार है। यह सुनिश्चित करना SEBI की कानूनी जिम्मेदारी है कि बाजार सुचारु रूप से चले...जब SEBI ने जुलाई में अपनी पूरी जांच पूरी करने के बाद, जो कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में की गई थी, हिंडनबर्ग के खिलाफ नोटिस जारी किया, तब अपने बचाव के पक्ष में कोई जवाब दिए बिना उन्होंने यह हमला किया है, यह बेबुनियाद हमला है..."
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का लक्ष्य "पूरे शेयर बाजार को ध्वस्त करना" है। भाजपा सांसद ने कहा कि वे पूरे शेयर बाजार को ध्वस्त करना चाहते हैं, छोटे निवेशकों के पूंजी निवेश को रोकना चाहते हैं। रविशंकर ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपनी "घृणा" में कांग्रेस ने "भारत के खिलाफ ही घृणा" विकसित कर ली है। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सोरोस कांग्रेस में मुख्य निवेशक हैं।
बता दें कि हिंडनबर्ग के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए सेबी प्रमुख बुच और उनके पति ने एक संयुक्त बयान जारी किया और आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे पूरी तरह से बेबुनियाद बताया। अडानी समूह ने भी अमेरिकी शोध एवं निवेश फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के नवीनतम आरोपों को दुर्भावनापूर्ण और चुनिंदा सार्वजनिक सूचनाओं से छेड़छाड़ करने वाला बताते हुए रविवार को कहा कि उसका बाजार नियामक सेबी की अध्यक्ष या उनके पति के साथ कोई वाणिज्यिक संबंध नहीं है।