शिमलाः सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली हिमाचल प्रदेश मंत्रिपरिषद का रविवार को विस्तार किया गया और सात मंत्रियों को इसमें शामिल किया गया जिससे मंत्रिपरिषद में मंत्रियों की कुल संख्या अब नौ हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह को मंत्री बनाया गया है। कुल सात विधायकों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की मौजूदगी में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने राजभवन में एक समारोह में नवनियुक्त मंत्रियों को शपथ दिलाई। विक्रमादित्य सिंह के अलावा नए शामिल मंत्रियों में सोलन से विधायक धनीराम शांडिल, कांगड़ा जिले के जावली से चंदर कुमार, सिरमौर जिले के शिल्लाई से हर्षवर्धन चौहान और जनजातीय किन्नौर जिले से जगत सिंह नेगी शामिल हैं।
इनके अलावा रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह को भी मंत्रिपरिषद में जगह मिली है जो क्रमश: जुब्बल-कोटखाई, कसुम्पटी और शिमला (ग्रामीण) से विधायक हैं।
शिमला को पहली ही सूची में तीन मंत्री मिले हैं। विधानसभा उपाध्यक्ष के पद के अलावा, तीन पद अभी खाली रहेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने छह विधायकों को मुख्य संसदीय सचिव और संसदीय सचिवों को शपथ दिलाई। सुक्खू सरकार में छह मुख्य संसदीय सचिव और संसदीय सचिव बनाए गए हैं।
कैबिनेट में 10 रिक्तियां हैं, क्योंकि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की कुल संख्या 12 से अधिक नहीं हो सकती है।रिपोर्ट के मुताबिक, कैबिनेट पदों के लिए 20 से अधिक उम्मीदवार पैरवी कर रहे थे, कुछ वरिष्ठता का हवाला दे रहे थे और अन्य जाति और क्षेत्र का कार्ड खेल रहे थे।