राज्यसभा में बुधवार (7 फरवरी) को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा रेणुका चौधरी की हंसी पर की गई टिप्पणी पर सियासी बवाल मच गया है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने अपने ट्विटर और फेसबुक अकाउंट पर रामायण सीरियल में दिखाया गया शूर्पनखा का अट्टहास शेयर कर दिया।
इस वीडियो को लेकर रेणुका चौधरी ने आपत्ति जताई है और कहा कि वो केंद्रीय मंत्री रिजिजू को इस मुद्दे पर विशेषाधिकार हनन का नोटिस देंगी।
वहीं केंद्रीय मंत्री के अलावा शूर्पनखा के अट्टहास की वीडियो क्लिप बीजेपी नेता अमित मालवीय ने भी ट्विटर अकाउंट पर शेयर कर दी। उन्होंने लिखा कि किसी ने मुझे रामायण सीरियल की ये क्लिप भेजी है, क्या आप इस हंसी को पहचान सकते हैं?
इससे पहले बुधवार शाम कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी को निजी बताते हुए करारा हमला किया। उन्होंने कहा, 'पीएम ने मुझपर निजी टिप्पणी की, इससे ज्यादा उनसे उम्मीद ही क्या की जा सकती है? मैं उस स्तर पर गिरकर उनको जवाब नहीं दे सकती। इसे वाकई में एक महिला के लिए अपमानजनक टिप्पणी है।'
आपको बता दें कि राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाषण के दौरान रेणुका चौधरी के हंसने पर टिप्पणी की थी, 'रामायण के बाद पहली बार ऐसी हंसी सुनाई दी है।' इससे पहले सदन में रेणुका मुखर होकर प्रधानमंत्री के भाषण पर असंतोष जता रही थीं। उन्होंने लगातार नारे लगाकर पीएम से असल मुद्दों पर बोलने को लेकर तेज आवाज में बोल रही थीं।
विपक्ष के हंगामे पर राज्यसभा के सभापति एम वैंकया नायडू ने रेणुका को खासतौर पर बैठने को कहा, लेकिन पीएम मोदी ने जवाबी तौर पर कहा, 'सभापति जी मेरी आपसे विनती है रेणुका जी से कुछ मत कहिए। रामायाण सीरियल के बाद ऐसी हंसी सुनने का सौभाग्य आज जाकर मिला है।' इसके बाद पूरे सदन में सत्ता पक्ष के सांसदों की हंसी छूट गई।
संसद से बाहर आकर रेणुका ने कहा, 'मेरे पास ऐसे सबूत हैं जब पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस आधार कार्ड को लेकर नाच रही है। वे आधार कार्ड के खिलाफ पब्लिक में लंबा-चौड़ा बोले हैं। आज हमें बता रहे हैं कि आधार कार्ड का बीज उस समय बोया गया था, जब आडवाणी जी थे। मुझे इस बात पर हैरानी हुई और हंसी आ गई।'
उन्होंने पीएम को घेरते हुए कहा, 'कोई इतना 360 डिग्री कैसे मुकर सकता है। ऐसा मैंने पहली बार देखा है, वो भी देश का प्रधानमंत्री है। उन्होंने मेरे लिए जो कहा उस पर बाहर कानून लागू हो सकता है। इस तरह का महिलाओं का अपमान अपराध है। मैं कह सकती इस बात को सार्वजनिक तौर पर।'
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा, 'वह हमेशा कहती है कि आधार हम लेकर आए हैं, मगर मैं उन्हें 1998 में राज्यसभा में एलके आडवाणी जी के डीबेट को याद दिलाना चाहूंगा, उसमें आडवाणी जी ने क्या कहा था। यह वही भाषण था, जिसमें आप आधार की उत्पत्ति खोज सकते हैं।'