लाइव न्यूज़ :

आंबेडकर की लेखनी प्रकाशित करने की महाराष्ट्र सरकार की स्थगित योजना का उच्च न्यायालय ने संज्ञान लिया

By भाषा | Updated: December 1, 2021 23:09 IST

Open in App

मुंबई, एक दिसंबर बंबई उच्च न्यायालय ने डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर की लेखनी एवं भाषणों को प्रकाशित करने की महाराष्ट्र सरकार की धीमी गति से चल रही परियोजना का बुधवार को स्वत: संज्ञान लिया।

न्यायमूर्ति पी. बी. वराले और न्यायमूर्ति एस. एम. मोदक की खंडपीठ ने कहा कि यह दर्शाता है कि ‘‘मामले कितने दुखद’’ हैं। अदालत ने एक मराठी अखबार में छपी खबर का संज्ञान लिया जिसमें कहा गया कि सरकार आंबेडकर साहित्य के 21 खंडों की पर्याप्त प्रतियां छपवाने में विफल रही है।

खबर के मुताबिक, सरकार ने ‘‘डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर की लेखनियों एवं भाषणों’’ की नौ लाख प्रतियां छपवाने की योजना बनाई थी और परियोजना के लिए इसने 5.45 करोड़ रुपये के कागज भी खरीदे। लेकिन पिछले चार वर्षों में केवल 33 हजार प्रतियां छपीं और शेष कागज धूल फांक रहे हैं।

अदालत ने कहा, ‘‘खबर मामले की दुखद स्थिति को उजागर करता है। इस बात में कोई विवाद नहीं है कि इन खंडों की न केवल शोधार्थियों में बल्कि आम जनता में भी काफी मांग है।’’

पीठ ने उच्च न्यायालय की रजिस्ट्री को निर्देश दिया कि इसे स्वत: संज्ञान लेकर जनहित याचिका के तौर पर पंजीकृत करें और मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता की पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए पेश करें जहां सभी जनहित याचिका पर सुनवाई होती है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

बॉलीवुड चुस्कीशिल्पा शेट्टी ने ₹60 करोड़ के 'धोखाधड़ी मामले' पर तोड़ी चुप्पी, कहा- महिला की गरिमा को 'कुचला गया'

क्राइम अलर्टOdisha Murder: संपत्ति विवाद के चलते 70 वर्षीय बुजुर्ग की हत्या, पोते ने किया दादी का कत्ल

क्रिकेटNew Zealand vs West Indies, 3rd Test: न्यूजीलैंड ने 8 विकेट 575 रन बनाकर पारी घोषित किया, वेस्टइंडीज ने किया पलटवार, 110 पर 0 विकेट, 465 रन पीछे

बॉलीवुड चुस्कीरिव्यू: दिमाग में देर तक गूंजती है ‘रात अकेली है द बंसल मर्डर्स’

भारतVIDEO: डिंपल यादव बोलीं, राम के नाम का राजनीतिक फायदा उठाना चाहती है भाजपा

भारत अधिक खबरें

भारतसतीश जारकिहोली के रात्रिभोज में पहुंचे मुख्यमंत्री सिद्धरमैया?, शिवकुमार ने कहा, रात्रिभोज पर मिलने में क्या गलत है?, क्या हम कह सकते रात्रिभोज मत करो?

भारतगरीबों को नुकसान पहुंचाने वाला बिल, प्रियंका गांधी का सरकार पर हमला

भारतजनता के असीम प्रेम और समर्थन से बड़ी प्रेरणा, विजय ने कहा-मेरी जिंदगी के हर पड़ाव में तमिलनाडु के लोग मेरे साथ रहे

भारतRK चौधरी जाकर अपना धर्म बदल लें, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

भारतDelhi: वायु प्रदूषण से बच्चों को राहत! स्कूलों में लगाए जाएंगे 10 हजार एयर प्यूरीफायर