झारखंड: कोरोना के बढ़ते मरीजों के बीच हाईकोर्ट कहा- युद्ध जैसी स्थिति, निपटने के लिए सरकार को करना होगा प्रयास 

By एस पी सिन्हा | Published: April 17, 2020 05:20 PM2020-04-17T17:20:53+5:302020-04-17T17:20:53+5:30

झारखंड हाईकोर्ट के पहल के बाद राज्य सरकार ने अपने जवाब में कहा है कि कोरोना जैसी आपदा से निपटने के लिए हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है.

High court among the rising patients of Corona in Jharkhand the government try to deal with the situation like war | झारखंड: कोरोना के बढ़ते मरीजों के बीच हाईकोर्ट कहा- युद्ध जैसी स्थिति, निपटने के लिए सरकार को करना होगा प्रयास 

झारखंड: कोरोना के बढ़ते मरीजों के बीच हाईकोर्ट कहा- युद्ध जैसी स्थिति, निपटने के लिए सरकार को करना होगा प्रयास 

Highlightsएमजीएम में पहली बार जांच के दौरान संदेह होने पर युवक के सैंपल की दोबारा जांच की गई.दोबारा जांच में कुछ भी स्पष्ट नहीं होने पर तीसरी बार जांच की गई, जिसमें वह पॉजिटिव पाया गया.

रांची:झारखंड में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लगातार नए मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में कोरोना को लेकर राज्य की वर्तमान स्थिति को झारखंड हाईकोर्ट ने गंभीर बताया है. अदालत ने कहा है कि यह युद्ध जैसी स्थिति है. इससे निपटने के लिए सरकार को प्रयास करना होगा. बता दें कि गुरुवार की देर शाम एक मरीज धनबाद में मिला. इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है. इनमें दो लोगों की मौत हो चुकी है. धनबाद में कोरोना का खाता खुलने के बाद अब राज्य के 24 में से एक चौथाई जिले संक्रमण की चपेट में आ गए हैं. अभी तक सबसे ज्यादा मामले रांची के हिंदपीढ़ी में सामने आए हैं. 

इस बीच झारखंड हाईकोर्ट के पहल के बाद राज्य सरकार ने अपने जवाब में कहा है कि कोरोना जैसी आपदा से निपटने के लिए हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में अदालत ने पूछा कि इस समस्या से निपटने के लिए राज्य सरकार के पास पर्याप्त मैन पावर है या नहीं? 

इसके साथ ही अदालत ने सरकार को सुझाव दिया है कि वह कोरोना को लेकर बुलेटिन जारी करे. यहां बता दें कि अधिवक्ता इंद्रजीत सिन्हा के पत्र पर अदालत ने संज्ञान लेते हुए सुनवाई कर रही है. लॉक डाउन में ट्रांसजेंडर को राशन देने के मामले में भी झारखंड हाईेकोर्ट में हुनवाई हुई. अदालत ने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि उनके समुदाय के लोगों से संपर्क कर सहायता पहुंचाई जाए. इस दौरान अदालत ने पूछा कि जब जमशेदपुर में उनकी ओर से राशन के लिए आवेदन दिया गया तो अब तक उस पर क्या कार्यवाही की गई है? 

यहां उल्लेखनीय है किइस बीच झारखंड हाईकोर्ट के पहल के बाद राज्य सरकार ने अपने जवाब में कहा है कि कोरोना जैसी आपदा से निपटने के लिए हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है. झारखंड के 24 जिलों में से छह जिले यानी अब एक चौथाई जिले कोरोना की चपेट में आ गए हैं. गुरूवारा की रात जो युवक संक्रमित पाया गया है वह धनबाद के कुमारधुबी का रहनेवाला है. यह 25 वर्षीय युवक लॉकडाउन के दौरान ही पांच अप्रैल को बंगाल के आसनसोल से लौटा था. वह आसनसोल की ही एक फैक्ट्री में काम करता है. आठ अप्रैल को पीएमसीएच से उसका सैंपल जांच के लिए एमजीएम, जमशेदपुर भेजा गया था. 

एमजीएम में पहली बार जांच के दौरान संदेह होने पर युवक के सैंपल की दोबारा जांच की गई. दोबारा जांच में कुछ भी स्पष्ट नहीं होने पर तीसरी बार जांच की गई, जिसमें वह पॉजिटिव पाया गया. इसकी पुष्टि धनबाद के डीसी अमित कुमार ने की है. बंगाल के आसनसोल के रास्ते झारखंड में कोरोना के संक्रमण का यह दूसरा मामला है. इससे पहले हजारीबाग के विष्णुगढ का संक्रमित युवक भी लॉकडाउन में ही आसनसोल से लौटा था.
 

Web Title: High court among the rising patients of Corona in Jharkhand the government try to deal with the situation like war

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