Hemant Soren ED Action: ईडी के कड़े रुख को देखते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अब पूछताछ के लिए तैयार हो गए हैं। दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 13 जनवरी को 8वीं बार पूछताछ के लिए समन भेजा था। जिसपर अब हेमंत सोरेन ने पत्र लिखकर बयान दर्ज कराने के लिए अपनी रजामंदी दी है।
ईडी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि मैं अपना बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हूं। मुख्यमंत्री 20 जनवरी को रांची में ईडी कार्यालय में अपना बयान कराने के लिए उपलब्ध रहेंगे। वहीं ईडी के द्वारा भेजे गए पत्र में हेमंत सोरेन को 16 से 20 जनवरी के बीच पूछताछ के लिए उपलब्ध रहने के लिए कहा गया था।
ईडी ने अपने पत्र में साफ कहा था कि अगर 20 जनवरी तक वे एजेंसी के सामने हाजिर नहीं होते हैं, तो उसे खुद उनके पास आना पड़ेगा। ईडी ने यहां तक कहा था कि ऐसी स्थिति में विधि-व्यवस्था को लेकर चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं और यह आपकी जिम्मेदारी होगी। ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ही कानून-व्यवस्था बनाए रखने का उत्तरदायी बताया था।
ईडी के पत्र में कहा गया था कि आप राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को उचित निर्देश दें। इसके बाद 15 जनवरी को मुख्यमंत्री सचिवालय ने एक संदेशवाहक के माध्यम से पत्र भेजा गया था। वह सीलबंद लिफाफे में पत्र लेकर रांची में स्थित ईडी के जोनल दफ्तर पहुंचा था।
बता दें कि ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 14 अगस्त को पहला समन जारी किया था। ईडी ने रांची के बड़गाई इलाके में फर्जी दस्तावेजों से आदिवासियों की जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़े जमीन घोटाला मामले में पूछताछ के लिए उन्हें समन जारी किया था।
इसके बाद ईडी ने उन्हें एक के बाद एक 7 समन भेजे, लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी के सामने पेश नहीं हुए। इसके बाद ईडी ने आठवां समन भेजा, इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तारी का डर सताने लगा और वह पूछताछ के लिए तैयार हो गए।