Hemant Soren Bail: 31 जनवरी को अरेस्ट और 28 जून को जमानत, 8.5 एकड़ जमीन मामले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सोरेन को हाईकोर्ट से राहत
By एस पी सिन्हा | Updated: June 28, 2024 15:30 IST2024-06-28T15:29:40+5:302024-06-28T15:30:53+5:30
Hemant Soren Bail: हेमंत सोरेन को 50 हजार रुपए के 2 मुचलके पर जमानत दी गई है। 31 जनवरी 2024 की रात को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।

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Hemant Soren Bail: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश रंगन मुखोपाध्याय ने शुक्रवार को जमीन घोटाला मामले में जेल में बंद हेमंत सोरेन को जमानत दे दी। हेमंत सोरेन को 50 हजार रुपए के 2 मुचलके पर जमानत दी गई है। 31 जनवरी 2024 की रात को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। हेमंत सोरेन करीब 5 महीने तक जेल में रहे। बड़गाईं में 8.5 एकड़ जमीन के कथित घोटाला मामले में हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किए गए हेमंत सोरेन ने पीएमएलए कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक में जमानत की अर्जी दी, लेकिन बार-बार उनकी जमानत अर्जी खारिज हो जा रही थी। आखिरकार आज उनको झारखंड हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली।
झारखंड हाईकोर्ट में हेमंत सोरेन की याचिका पर 13 जून को आखिरी बार सुनवाई हुई थी। उस दिन झामुमो नेता के वकील कपिल सिब्बल ने अपने मुवक्किल को जमानत देने की पैरवी कोर्ट में की थी। उनकी दलीलों का ईडी के वकील एसवी राजू ने विरोध किया और कोर्ट से आग्रह किया कि हेमंत सोरेन को जमानत नहीं दी जाए।
दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद न्यायाधीश रंगन मुखोपाध्याय ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। शुक्रवार को सुबह डबल बेंच की सुनवाई के बाद न्यायाधीश रंगन मुखोपाध्याय की सिंगल बेंच ने अपना आदेश सुना दिया। उन्होंने कोर्ट रूम में एक लाइन का फैसला सुनाया, जिसमें कहा कि हेमंत सोरेन को जमानत दी जाती है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने हेमंत सोरेन को जमानत मिलने पर प्रसन्नता जताई और कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। उल्लेखनीय है कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड में बड़ा राजनीतिक बदलाव देखा गया। हेमंत की जगह झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता चम्पई सोरेन को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया। वहीं हेमंत की भाभी दुर्गा सोरेन ने जेएमएम छोड़ दिया और भाजपा में शामिल हो गई।
उन्हें भाजपा ने लोकसभा चुनाव में दुमका से उम्मीदवार बनाया लेकिन वह चुनाव हार गई। अब झारखंड हाई कोर्ट ने भूमि घोटाला मामले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमानत दिया है तो इससे फिर से राज्य में बड़े राजनीतिक उलटफेर की संभवाना दिखने लगी है। झारखंड में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं।
ऐसे में हेमंत को जमानत मिलना झामुमो के लिए बड़ी राहत की भांति है। इस साल के अंत तक झारखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने से कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा मिलेगी। अपने नेता के जेल से बाहर आने के बाद वे एक संदेश देने का प्रयास करेंगे कि हेमंत सोरेन को गलत तरीके से फंसाया गया है, जैसा वे हमेशा से कहते नजर आते रहे हैं।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान हेमंत सोरेन की कमी साफ महसूस की गई। हालांकि, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने मोर्चा संभाला था और पांच सीट गठबंधन के खाते में आई। अब देखना होगा कि गठबंधन और सरकार का पावर सेंटर कौन होता है? वहीं, हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद दिल्ली के साथ बातचीत करने में आसानी होगी।
झारखंड में झामुमो, कांग्रेस और राजद की मिली जुली सरकार है, साथ ही आने वाले विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर भी वे झामुमो को मजबूती दे सकते हैं। पहले जेल में हेमंत सोरेन नेताओं से बात करके संगठन और झारखंड की राजनीति के बारे में जानकारी लेते थे। अब वे जब जेल से बाहर आ जाएंगे तो प्रदेश में घूमकर जमीनी हकीकत से रु-बा-रु होंगे।