लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कुमारस्वामी ने कल बैंगलोर में विधायकों की बैठक बुलाई है. ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी के पक्ष में इतने बंपर नतीजे आने के बाद अब कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन का बचना मुश्किल है. कर्नाटक में बीजेपी 25 सीटों पर आगे चल रही है.
2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 79 सीटें हासिल हुई थी वहीं जेडीएस को 37 सीटें मिली थी. बीजेपी को 104 सीटें मिली थी लेकिन कांग्रेस ने जेडीएस को मुख्यमंत्री का पद सौंप कर बीजेपी का राजनीतिक जायका खराब कर दिया था. गठबंधन ने कई बार ये आरोप लगाया है कि बीजेपी उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है.
कुमारस्वामी को इस बात का अंदेशा है कि बीजेपी अब मौजूदा सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर सकती है. इसलिए वो अपने विधायकों की संख्या को दुरूस्त कर लेना चाहते हैं. सीएम ने कैबिनेट मंत्रियों की भी बैठक बुलाई है.
दरअसल बीच-बीच में ख़ुद कांग्रेस और सिद्धरमैया भी कुमारस्वामी को लेकर बयानी देते रहते हैं. कांग्रेस के एक अन्दर भी एक धड़ा कुमारस्वामी को लेकर ख़ुश नहीं है.
कुमारस्वामी के पिता ऐच.डी.देवेगौड़ा और उनके बेटे निखिल चुनाव हार गए हैं. देवेगौड़ा तुमकुर से चुनाव लड़ रहे थे.