लखनऊः योगी सरकार ने सख्त एक्शन लिया है। एपसी और डीएसपी सहित कई अधिकारियों पर गाज गिरी है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि हाथरस मामले में यूपी CM योगी आदित्यनाथ ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर और कुछ अन्य अधिकारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है।
महिलाओं के खिलाफ आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कड़ा संदेश दिया और कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ अत्यंत कठोर कार्रवाई की जाएगी। योगी ने ट्विटर पर कहा ''उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान और स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है। इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा।''
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आपकी उत्तर प्रदेश सरकार हर माता-बहन की सुरक्षा व विकास के लिए संकल्पबद्ध है। यह हमारा संकल्प है-वचन है।'' योगी का यह बयान ऐसे समय आया है जब प्रदेश में महिलाओं के साथ दुष्कर्म और आपराधिक घटनाओं को लेकर विपक्ष ने व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं।
कई जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया
हाथरस की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कड़ा रुख अख्तियार करते हुए पुलिस अधीक्षक, तत्कालीन क्षेत्राधिकारी और प्रभारी निरीक्षक समेत कई जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया जिसके बाद इन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। इस मामले को लेकर विपक्ष ने सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया था।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने शुक्रवार को इस फैसले की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने हाथरस की घटना की जांच के लिए एसआईटी टीम गठित की थी। एसआईटी की रिपोर्ट मिलने के बाद लापरवाही और ढिलाई बरतने के आरोप में पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर, तत्कालीन क्षेत्राधिकारी राम शब्द, तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार वर्मा, वरिष्ठ उपनिरीक्षक जगवीहर सिंह, हेड मुहर्रिर महेश पाल को निलंबित कर दिया गया है। विनीत जायसवाल को हाथरस का नया पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। इस मामले में सभी आरोपियों का नार्को परीक्षण कराने के निर्देश दिए गए हैं।
मोहरों के निलंबन से क्या होगा, योगी आदित्यनाथ इस्तीफा दें: प्रियंका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस के सामूहिक बलात्कार के मामले में कुछ अधिकारियों के निलंबन के बाद शुक्रवार को कहा कि ‘मोहरों’ के निलंबन से क्या होगा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हाथरस के जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक के फोन रिकॉर्ड सार्वजनिक किया जाना चाहिए ताकि पता चल सके कि किसके आदेश पर पीड़िता एवं उसके परिवार को कष्ट दिया गया।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने ट्वीट किया, ‘‘ योगी आदित्यनाथ जी, कुछ मोहरों को निलंबित करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड सार्वजनिक किए जाएं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मुख्यमंत्री जी अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें। देश देख रहा है। योगी आदित्यनाथ इस्तीफा दो।’’ गौरतलब है कि 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित सामूहिक बलात्कार के मामले में पुलिस अधीक्षक समेत कई अधिकारियों को निलंबित किया गया है।
इनपुट भाषा