Haryana Political Crisis Live:हरियाणा की हिसार लोकसभा सीट से सांसद बृजेंद्र सिंह ने टीवी इंटरव्यू में कहा कि जेजेपी और भाजपा के बीच सुविधा का गठबंधन था। उन्होंने कहा कि जमीन पर कुछ सही नहीं चल रहा था, इसी वजह से उन्होंने हाल में भाजपा से इस्तीफा दिया और कांग्रेस का हाथ थामा। इस्तीफे को ध्यान रखते हुए भाजपा के हाईकमान ने चुनाव से पहले ये निर्णय करते हुए मनोहर लाल खट्टर को इस्तीफा देने के लिए कहा।
इसके साथ ही सांसद ने दावा किया कि भाजपा के कई विधायक इस गठबंधन से खुश नहीं थे, इस बात को लेकर हमने आलाकमान से अपनी बात रखी थी, लेकिन उस वक्त कोई सुनवाई नहीं हुई। अब आगामी लोकसभा चुनाव 2024 और विधानसभा चुनाव 2024 हैं, ऐसे में बहुत देर हो चुकी हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले आज मौजूदा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने से इस्तीफा दे दिया और उन्होंने यह त्यागपत्र राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को सौंपा है। ऐसे में जेजीपी और भाजपा के बीच जो गठबंधन पिछले 10 सालों से था, उसमें भी दरार आ गई है। इस बात पर मुहर निर्दलीय विधायक नयन लाल रावत ने लगाई थी। लेकिन, निर्दलीय 7 विधायक और एक एचएलपी के विधायक के समर्थन करने पर भाजपा नीत सरकार को किसी भी तरह का खतरा नहीं है।
इस संकट को देखते हुए आलाकमान ने अपने दूत यानी की पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ को स्थिति संभालने के लिए चंडीगढ़ भेजा। इसके अलावा विधायक दल की बैठक भी होने जा रही है, जिसमें संभवत: माना जा रहा है कि सीएम के रूप में नया चहरा चुना जा सकता है और कैबिनेट में भी नए चेहरे को देखने को मिल सकते हैं।
हरियाणा से निर्दलीय विधायक नयन रावन ने कहा कि वो कल ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिले हैं। उन्होंने कहा कि सभी ने मनोहर लाल खट्टर सरकार का समर्थन जताया है। उन्होंने ये भी कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भी चर्चा की। विधायक ने कहा कि उन्हें ये संकेत मिल चुके थे कि जेजेपी और भाजपा का गठबंधन टूटने जा रहा है।
हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा ने भी दावा किया कि भाजपा और जेजेपी के गठबंधन टूट जाने के बावजूद भी 10 की 10 लोकसभा सीटें अपने दम पर भाजपा जीत सकती है।