नई दिल्ली: हरियाणा के नूंह में बीते दिनों भड़की हिंसा के बाद अब स्थिति नियंत्रण में है। प्रशासन ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की धरपकड़ जारी है। प्रशासन नूंह और गुरुग्राम जैसी जगहों पर अतिक्रमण विरोधी अभियान चला रहा है। इसी क्रम में रविवार, 6 अगस्त को नूंह में दो होटल-कम-रेस्तरां को ध्वस्त कर दिया। जिला प्रशासन का कहना है कि यह अवैध रूप से बनाए गए थे और हाल ही में हुई हिंसा के दौरान गुंडों ने यहां से पथराव किया था।
इससे पहले शनिवार को भी प्रशासन का बुलडोजर चला था। शनिवार को नूंह में 45 अवैध दुकानें अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान तोड़ दी गईं। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने शनिवार सुबह अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। अभियान में नूंह जिले के नलहर रोड इलाके में 45 से अधिक "अवैध" दुकानों को ध्वस्त कर दिया।
प्रशासन ने इससे पहले नूंह में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों की बस्ती पर भी बुलडोजर चलाया था। गुरुवार रात को लगभग 150 प्रवासी परिवारों की अवैध झुग्गियां भी प्रशासन ने ढहा दी थीं। अधिकारियों ने दावा किया कि इसके कुछ निवासी 31 जुलाई की सांप्रदायिक झड़पों में दंगों में शामिल पाए गए थे।
अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान इलाके में भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था। नूंह के एसडीएम अश्वनी कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई सीएम मनोहर लाल खट्टर के निर्देश पर की गई है।
बता दें कि नूंह में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने और दक्षिण हरियाणा के अन्य हिस्सों में फैलने के चार दिन बाद हरियाणा सरकार ने 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी नरेंद्र बिजारणिया को वरुण सिंगला की जगह नूंह एसपी और धीरेंद्र खडगटा को प्रशांत पंवार की जगह डिप्टी कमिश्नर नियुक्त किया है। हरियाणा में हुई सांप्रदायिक झड़पों के सिलसिले में अब तक कुल 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 80 को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। झड़पों के संबंध में अब तक 102 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें से आधी अकेले नूंह में हैं और बाकी गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल सहित अन्य जिलों में हैं।