चंडीगढ़: सर्व जातीय हिंदू महापंचायत द्वारा सोमवार को धार्मिक शोभायात्रा निकालने की जिद के कारण हरियाण के नूंह में हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं। पिछली बार हुई सांप्रदायिक हिंसा को देखते हुए जिला प्रशासन इस बार हाई अलर्ट पर है। स्कूल, कॉलेज, बैंक से लेकर सभी सरकारी प्रतिष्ठान बंद हैं। जिले में हर जगह चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है ताकि किसी तरह का धार्मिक सौहार्द न खराब होने पाये।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा सर्व जातीय हिंदू महापंचायत द्वारा निकावे जाने वाली धार्मिक शोभा यात्रा की अनुमति देने से इनकार करने के बावजूद महापंचायत अपनी जिद पर अड़ी हुई है। जिसे देखते हुए न केवल नूंह बल्कि साप्रदायिक लिहाज से हरियाणा के विभिन्न इलाकों में प्रशासन सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट पर है।
इस मामले में नूंह जिला प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वो किसी भी तरह की धार्मिक शोभा यात्रा का हिस्सा न बने क्योंकि प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से पूरे जिले में धारा 144 लागू कर दी है। नूंह के उपमंडलीय मजिस्ट्रेट अश्विनी कुमार ने कहा कि तनाव भरे हालात की आशंका के कारण सोमवार को जिले के सभी स्कूल, कॉलेज और बैंक समेत सभी निजी शैक्षिक संस्थान बंद रहेंगे।
13 अगस्त को सर्व जातीय हिंदू महापंचायत ने 28 अगस्त को नूंह में बृज मंडल शोभा यात्रा को फिर से शुरू करने का आह्वान किया, जो बीते जुलाई में नूंह में हुई धार्मिक हिंसा के कारण रोक दी गई थी। हालांकि, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यात्रा निकालने की इजाजत नहीं दी है।
बीते रविवार को पंचकुला में एक कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ''चूंकि पिछले महीने यात्रा के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति सवालिया निशान लग गये थे और इसे लेकर सरकार की आलोचना हुई थी। इस कारण सोमवार को निकलने वाली धार्मिक यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है।''
वहीं दूसरी ओर अनुमति नहीं मिलने के बावजूद विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने रविवार को कहा कि नूंह में ब्रज मंडल शोभा यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित की जाएगी। विहिप नेता आलोक कुमार ने कहा, ''हम केवल अधूरी धार्मिक यात्रा पूरी कर रहे हैं। इसलिए इसमें कानून-व्यवस्था से जुड़ा कोई मुद्दा नहीं उठेगा।''
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए विहिप नेता आलोक कुमार ने कहा, ''हम जानते हैं कि जी20 शुरू होने वाला है, इसलिए हम इस यात्रा छोटी रखेंगे। लेकिन हम इसे छोड़ेंगे नहीं और यत्रा कल किसी भी हाल में होगी। मैं स्वयं भी इसमें हिस्सा लूंगा। सरकार कानून और व्यवस्था बनाए रखे ताकि हम अपने धार्मिक कार्यक्रमों को शांतिपूर्वक और सुरक्षित रूप से पूरा कर सकें।"
इस संबंध में नूंह पुलिस ने कहा कि सुरक्षा को देखते हुए हरियाणा पुलिस के 1,900 जवान और अर्धसैनिक बलों की 24 कंपनियां तैनात की गई हैं। जिले के सभी प्रवेश मार्गों को सील कर दिया गया है और मल्हार मंदिर की ओर जाने वाली सड़क को भी बंद कर दिया गया है। हालांकि, केएमपी एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर यातायात सामान्य रूप से जारी रहेगा।
मालूम हो कि बीते 31 जुलाई को नूंह जिले में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई जब विहिप की धार्मिक जुलूस के कारण पथराव और हिंसा की घटनाएं हुई थींय़ दोनों पक्षों की ओर से हुए हमले और तोड़फोड़ में निजी के साथ-साथ पुलिस वाहनों को भी आग लगा दी गई थी। उस झड़प में दो होम गार्ड जवान समेक एक मौलवी सहित कुल छह लोगों की मौत हो गई।
खबरों के अनुसार नूंह में हिंसा उस वक्त शुरू हुई जब बजरंग दल कार्यकर्ता मोनू मानेसर, एक गोरक्षक, जिस पर दो मुस्लिम पुरुषों की पीट-पीट कर हत्या करने का आरोप है। उन्होंने उस यात्रा से कुछ दिन पहले एक आपत्तिजनक वीडियो प्रसारित करके जुलूस में शामिल होने की बात कही थी।