हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने राज्य में बीजेपी को समर्थन देने के बाद अपने ऊपर उठ रहे सवालों पर जवाब दिया है। दीपावली के अगले दिन सिरसा में सोमवार को लोगों से मिलते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उनकी पार्टी न तो बीजेपी और न ही कांग्रेस के लिए कभी वोट की मांग की थी। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जननानय जनता पार्टी (जेजेपी) ने केवल राज्य को एक स्थायी सरकार देने का फैसला किया।
दुष्यंत चौटाला ने कहा, 'हमने न तो BJP के लिए और न ही कांग्रेस के लिए वोट मांगे थे। जेजेपी ने राज्य में स्थिर सरकार बनाने का फैसला लिया। वे लोग जो 'वोट किसको, समर्थन किसको' कह रहे हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं, क्या हमने उनके लिए वोट मांगे हैं।'
बता दें दुष्यंत चौटाला ने रविवार को हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वहीं, बीजेपी के मनोहर लाल खट्टर ने लगातार दूसरी हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। बीजेपी हरियाणा में बहुमत हासिल करने से छह सीट पीछे रह गई थी जिसके बाद उसने जेजेपी के साथ गठबंधन किया।
90 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी ने 40, जेजेपी ने 10, कांग्रेस ने 31 और इनेलो तथा हरियाणा लोकहित पार्टी ने एक-एक सीटों पर जीत हासिल की जबकि सात निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी रहे। हिंदी में शपथ लेने के बाद खट्टर और दुष्यंत ने कहा कि गठबंधन स्थायी सरकार देगा। दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा के उचान कलां विधानसभा सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। उन्होंने करीब 40 हजार वोटों के अंतर से बीजेपी की प्रेमलता को हराया।