चंडीगढ़ः भाजपा ने अभी से कमर कसना शुरू कर दिया है। टीम हरियाणा को विपक्षी हलकों की कमान सौंप दी हैं। विधायक की तरह काम करना शुरू कर दिया है। मिशन-2029 की तैयारियों में जुटी हरियाणा की नायब सरकार टीम हरियाणा के 42 मंत्रियों व विधायकों की जिम्मेदारी डबल की गई है। खुद के निर्वाचन क्षेत्रों के अलावा मंत्रियों-विधायकों को एक-एक और हलके का जिम्मा दिया है।
अब पार्टी द्वारा इन हलकों में किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की जाएगी। विधायकों को अलॉट किए गए हलकों में महीने में कम से कम एक बार जाकर वर्करों व आम लोगों के साथ मीटिंग करनी होगी। हलकों में स्थानीय लोगों की राय और आने वाले वक्त के लिए फीडबैक लेने के साथ ही विधायकों, पूर्व विधायकों, मंत्री, संगठन पदाधिकारियों की डयूटी भी लगा दी गईं हैं, ताकि जवाबदेही बनी रहे।
हरियाणा: भाजपा ने 2024 के चुनावों में हारी 42 सीट पर पार्टी विधायकों को प्रभारी नियुक्त किया
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हरियाणा इकाई ने कई मंत्रियों सहित पार्टी विधायकों को उन 42 विधानसभा सीट का प्रभारी नियुक्त किया है जिन पर 2024 के विधानसभा चुनाव में उसके उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा था। पार्टी के सूत्रों ने यह जानकारी दी। यह निर्णय मंगलवार को यहां भाजपा विधायक दल की बैठक में लिया गया।
हरियाणा विधानसभा के लिए 2024 में चुनावों में भाजपा कुल 90 में से 48 सीट जीतकर लगातार तीसरी बार सत्ता में आई। कांग्रेस ने 37 सीट, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने दो और तीन सीट निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीतीं। भाजपा की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने उन 42 सीट के लिए प्रभारी नियुक्त किए जिनका सदन में प्रतिनिधित्व विपक्षी विधायक कर रहे हैं।
इन सीट में अंबाला शहर, बरोदा, जुलाना, डबवाली, सिरसा, आदमपुर, हिसार, गढ़ी सांपला किलोई, रोहतक, झज्जर, नूंह और पंचकूला शामिल हैं। प्रभारियों में मंत्री विपुल गोयल, गौरव गौतम, राव नरबीर सिंह, रणबीर गंगवा, महिपाल ढांडा, कृष्ण कुमार बेदी, आरती सिंह राव और श्रुति चौधरी के नाम शामिल हैं।
हालांकि, वरिष्ठ मंत्री अनिल विज का नाम सूची में नहीं है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, विधायकों को कई जिम्मेदारियां दी गई हैं जिसके तहत वे जमीनी स्तर पर काम करेंगे ताकि पार्टी को मजबूत किया जा सके, नए विकास कार्यों की जरूरतों का पता लगाया जा सके और जनता की शिकायतों का समाधान किया जा सके।