हरियाणा चुनाव: BJP की 'टिकटॉक' स्टार सोनाली फोगाट की नजरें कांग्रेस के किले को ढहाने पर, भजनलाल के बेटे कुलदीप को चुनौती
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: October 5, 2019 09:30 AM2019-10-05T09:30:27+5:302019-10-05T09:32:03+5:30
Sonali Phogat: बीजेपी की टिकटॉक स्टार सोनाली फोगाट आदमपुर सीट से कांग्रेस के कुलदीप विश्नोई को दे रही हैं कड़ी चुनौती, जानिए समीकरण
चंडीगढ़, बलवंत तक्षक: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई को इस बार आदमपुर सीट से जीत के लिए खूब पसीना बहाना पड़ेगा।
भाजपा ने बिश्नोई के मुकाबले टिक टॉक फेम सोनाली फोगाट को मैदान में उतारा है। सोनाली का यह पहला चुनाव है. जीत के इरादे से आदमपुर क्षेत्र में उन्होंने अपना चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर इस समय दिनभर सोनाली की ही चर्चा हो रही है।
शादी के बाद सोनाली ने रखा राजनीति-ग्लैमर की दुनिया में कदम
शादी से पहले सोनाली न तो राजनीति में थी और न ग्लैमर की दुनिया में। वे लोकसभा स्पीकर रहीं सुमित्र महाजन से मिलने के बाद राजनीति में आईं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात के बाद भाजपा के लिए काम करना शुरू किया।
टीवी सीरियल अम्मा में उनके अभिनय की काफी तारीफ हुई थी। भाजपा के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर उनके फॉलोअर्स की तादाद में अचानक काफी इजाफा हो गया है। लोग सोनाली के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने के इच्छुक हैं।
आदमपुर में 51 साल से रहा है भजनलाल परिवार का कब्जा
आदमपुर हिसार जिले का क्षेत्र है। यहां से पूर्व स्वर्गीय मुख्यमंत्री भजनलाल पहली बार 1968 में विधायक चुने गए थे। तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे भजनलाल ने नौ बार यहां से जीत दर्ज की। तीन बार उनके बेटे कुलदीप बिश्नोई इस क्षेत्र से विधायक बने, जबकि एक बार उनकी पत्नी जसमा देवी और एक बार उनकी पुत्रवधू रेणुका बिश्नोई विधायक रह चुकी हैं।
इस दौरान भजनलाल और उनका परिवार पार्टियां भी बदलता रहा, लेकिन आदमपुर क्षेत्र पर पिछले 51 साल से इसी परिवार का कब्जा चला आ रहा है। इस समय भी कुलदीप ही आदमपुर क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक हैं।
सोनाली ठोंक रही ही कुलदीप विश्नोई के खिलाफ ताल
भाजपा ने सोनाली को आदमपुर क्षेत्र से अपना उम्मीदवार घोषित करने से पहले किसी को भी इसकी भनक नहीं लगने दी। सोनाली से जब यह पूछा गया कि वे कैसे भजनलाल के बेटे कुलदीप का मुकाबला कर पाएंगी, उन्होंने कहा कि मैं लोगों के बीच रहती हूं, जबकि कुलदीप अपने व्यवसाय के सिलिसले में ज्यादा समय लंदन में बिताते हैं।
उधर, कुलदीप के बड़े भाई और पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा है कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आदमपुर में कुलदीप के मुकाबले में कौन है। सोनाली के लिए यही बहुत होगा कि वे अपनी जमानत बचा लें।
बहरहाल, दोनों उम्मीदवारों की तरफ से चुनाव प्रचार शुरू हो चुका है। परिणाम भले ही 24 अक्तूबर को आएगा, लेकिन इतना तय है कि कुलदीप और सोनाली में मुकाबला कांटे का होगा.