जननायक जनता पार्टी अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा के डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद तिहाड़ जेल से आज ही फर्लो पर रिहा हुए अजय चौटाला ने कहा कि इससे बेहतर दिवाली नहीं हो सकती थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कुछ भी कहती रहे लेकिन हरियाणा के विकास के लिए यह सरकार पांच साल चलेगी। उन्होंने कहा कि एक पिता के लिए इससे बढ़िया मौका और क्या होगा?
इससे पहले जेल से बाहर निकलते ही अजय ने कहा था कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। दुष्यंत ने सिर्फ 11 महीने में सगंठन खड़ा किया। हालांकि अजय ने कहा कि बेटा हमेशा बाप के नाम से जाना जाएगा। गौरतलब है कि अजय चौटाला शिक्षक भर्ती घोटाले में दोषी करार दिए गए हैं और तिहाड़ जेल में सजा काट रहे हैं।
बीजेपी-जेजेपी गठबंधन के कुछ घंटे बाद ही फर्लो
बीजेपी की ओर से जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला के साथ गठबंधन की सरकार बनाने का वादा करने के कुछ ही घंटों बाद उनके पिता को तिहाड़ जेल से 2 हफ्ते की फरलो मंजूर की गई है। हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी मिलकर सरकार बना रहे हैं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव की 90 सीटों में से बीजेपी को 40 और जेजेपी को 10 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
14 साल बाद हरियाणा की सत्ता में चौटाला परिवार की वापसी
जननायक जनता पार्टी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने रविवार को हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसी के साथ हरियाणा की सत्ता में 14 साल बाद चौटाला परिवार की वापसी हो गई। गौरतलब है कि दुष्यंत चौटाला हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला के बेटे और चौ. देवीलाल के पड़पोते हैं। ओपी चौटाला 24 जुलाई 1999 से 4 मार्च 2005 तक सूबे के मुख्यमंत्री थे। इस बार के चुनाव में हरियाणा की जनता को यह तय करना था कि चौ. देवीलाल की विरासत को कौन आगे बढ़ा रहा है। जनता ने दुष्यंत के नाम पर मुहर लगा दी।
हरियाणा की सत्ता में रहा चौटाला परिवार का दबदबा
बतौर मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल का पहला कार्यकाल 1977 से 1979 तक रहा। इसके बाद दूसरा कार्यकाल 1987 से 1989 तक रहा। इसके बाद उनके बेटे ओपी चौटाला 1989 से 1990 तक मुख्मंत्री रहे। इसके बाद 1999 से 2005 तक ओपी चौटाला हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। 14 साल बाद ओपी चौटाला के पोते दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा के डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है।
सीएम और डिप्टी सीएम ने ली शपथ
हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने शनिवार को मनोहर लाल खट्टर को प्रदेश में अगली सरकार बनाने का न्यौता दिया था। इससे पहले भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद खट्टर ने जेजेपी और सात निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ प्रदेश में सरकार गठन का दावा पेश किया था। खट्टर ने बताया कि 57 विधायकों, जिनमें भाजपा के 40, जजपा के 10 और सात निर्दलीय विधायक शामिल हैं।