पाटीदार समुदाय के नेता हार्दिक पटेल ने एक बार फिर से बीजेपी के खिलाफ कमर कस ली है। हार्दिक ने मंगलवार (23 जनवरी) को कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तर्ज पर प्रचारकों की टीम स्थापित करेंगे जो जनता को सरकार की खामियों को बताएंगे। वह इसके लिए 2,490 प्रचारकों की एक टीम तैयार करेंगे, जो राज्य भर में सरकारी नीतियों की खामियों को बताकर लोगों को अपने हक के बारे में जागरुक करेंगे।
ये प्रचारक बीजेपी सरकार के द्वारा जनता को दिए जाने वाली योजनाओं के बारे में बताएं जो उनको लाभ नहीं दे रही हैं। हार्दिक इसके लिए शहरी इलाकों को अपना मुख्य केंद्र बनाएंगे। सरकार के खिलाफ इस नई पहल पर हार्दिक का कहना है कि वह आरएसएस की तरह से प्रचार करके सरकार की खामियों से जनता को रुबरु करवाएंगे।
इसके लिए हम 256 नेताओं की टीमों का निर्माण करेंगे। उन्होंने बताया ये सरकार के खिलाफ एक कैंपेन होगा जो जनता को खामियों के बारे में बताएंगे। इतना ही नहीं इसके लिए हार्दिक सोशल मीडिया का भी प्रयोग करेंगे। हार्दिक इससे पहले पीएएएस टीम का गठन, 182 सदस्यों के साथ किया था। जिसको वह भंग कर चुके हैं। वहीं, आरएसएस की ओर से कहा गया है कि हार्दिक मानसिक रूप से बिमार हैं, वह जनता को मूर्ख बनाने का काम कर रहे हैं।
दिसंबर 2017 में हुए गुजरात विधान सभा चुनाव के दौरान हार्दिक पटेल ने राज्य की बीजेपी सरकार के खिलाफ वोट करने की अपील की थी। बीजेपी राज्य में बहुमत पाने में कामयाब रही लेकिन पाटीदार वोटों का उसे काफी नुकसान हुआ और उसे 2012 विधान सभा की तुलना में करीब डेढ़ दर्जन सीटें कम मिलीं।