वाराणसीः सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्ष की याचिक खारिज होने के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायलय के आदेशानुसार ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) का सर्वे दूसरे दिन भी जारी है। लेकिन एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ज्ञानवापी मस्जिद के चल रहे एएसआई सर्वेक्षण पर अपनी चिंता जताई है। शनिवार को इस पर बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि यह हजारों बाबरियों के लिए ध्वस्तिकरण का द्वार नहीं खोलेगा।
ओवैसी ने आगे कहा कि ऐतिहासिक अयोध्या फैसले में पूजा स्थल अधिनियम के संबंध में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का अनादर नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि ASI के सर्वे के बाद क्या होगा। दरअसल परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण कर कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी जाएगी। ओवैसी को इस बात की आशंका है कि सर्वे रिपोर्ट आने के बाद हिंदू पक्ष इसे मंदिर बताते हुए एक बाऱ फिर से न्यायालय जाएगा और अयोध्या वाली प्रक्रिया एक बार फिर से दोहराई जाएगी।
वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के एएसआई सर्वेक्षण पर बोलते हुए, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "हमें आशंका है कि जब एएसआई रिपोर्ट आएगी, तो बीजेपी-आरएसएस एक कहानी स्थापित करेगी। मुझे उम्मीद है कि ऐसा नहीं होगा लेकिन मैं 23 दिसंबर या 6 दिसंबर जैसी घटना को लेकर आशंकित हूं। हम नहीं चाहते कि बाबरी मस्जिद जैसे मुद्दे खुलें।"
बता दें कि पहले दिन यानी शुक्रवार को एएसाई सर्वे करीब 10 घंटे तक चला। एएसाई अधिकारियों ने दो पालियों में सर्वे किया। सर्वे का पहला हिस्सा सुबह 7:10 बजे शुरू हुआ और दोपहर 12 बजे समाप्त हुआ, जबकि दूसरी पाली शुक्रवार की नमाज के बाद 2:50 बजे शुरू हुई और ठीक 5.00 बजे समाप्त हुई। वैज्ञानिक सर्वेक्षण पूरा करने के लिए एएसआई को अतिरिक्त चार सप्ताह का समय दिया गया है। सर्वेक्षण पूरा करने की समय सीमा 4 अगस्त से बढ़ाकर 4 सितंबर कर दी गई है।