Gurugram Bike Accident: गुरग्राम सड़क हादसे में मृत्यु का शिकार हुए अक्षत गर्ग के भाई मयंक गर्ग ने कहा, "वह सुबह 5:30 बजे घर से निकल गया था। उन्होंने आगे बताया कि वो हर रविवार सुबह को बाइक के लेकर ड्राइव करने जाता था। लेकिन, रविवार को कुछ अनहोनी घटी और सुबह 7 बजे फोन आया कि वो काफी सीरियस है और अस्पताल में भर्ती है। जब हम अस्पताल पहुंचे, तो हमें पता चला कि क्या हुआ था। मुझे समझ नहीं आया कि इतनी बड़ी घटना हो गई, लेकिन उसका (आरोपी) ड्राइविंग लाइसेंस नहीं लिया गया।' इसमें पुलिस की स्पष्ट लापरवाही है। वह कैसे रिहा हुआ?"
मृतक अक्षत गर्ग के भाई मयंक गर्ग ने कहा कि पुलिस की लापरवाही और केस में धीमी जांच के चलते आरोपी भाग सकते हैं। इस मामले में हुआ ये था कि रविवार सुबह गलत साइड से आ रही एसयूवी की टक्कर अक्षत गर्ग की बाइक से हुई। हादसा इतना भीषण थी कि अक्षत की हालत गंभीर हो गई थी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
वहीं मृतक के भाई मयंक गर्ग ने इस घटना पर पुलिस कार्रवाई पर बोलते हुए बताया कि वो कानून को समझ नहीं पा रहे हैं। अगर किसी के पास कार चलाने के उचित पेपर नहीं है और ना ही लाइसेंस, व्यक्ति को मौके पर ब्रेक तो लगाना चाहिए था। हालांकि, इतनी बड़ी घटना घट गई और आरोपियों का अभी तक लाइसेंस को पुलिस ने जब्त नहीं किया।